संसार के बंधन से मुक्ति के लिए सत्संग जरूरी : अरविंद बाबा
भवानीपुर (पूर्णिया), संस : विष्णुपुर पंचायत के कबैया में दो दिवसीय संतमत सत्संग का भव्य आयोजन किया ग
भवानीपुर (पूर्णिया), संस : विष्णुपुर पंचायत के कबैया में दो दिवसीय संतमत सत्संग का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में धर्मानुरागियों व सत्संग प्रेमियों ने भाग लिया और महात्माओं व संत की अमृतवाणी का शांतिपूर्वक श्रवण किया। दो दिवसीय सत्संग में महिला श्रद्धालुओं की संख्या सर्वाधिक थी। अपने प्रवचन में पूज्य स्वामी अरविंद बाबा ने कहा कि 84 लाख योनियों में सबसे दुर्लभ योनि मनुष्य की है। मनुष्य की योनि कठिन तपस्या के बाद प्राप्त होती है। इसे पाने के लिए मानव तो क्या देवता भी ललायित रहते हैं, तरसते हैं। इसलिए मनुष्य को चाहिए कि वह अपने जीवन काल में सदकार्य करें, सत्संग करें ताकि संसार के बंधन से मुक्ति मिल सके और संसार रूपी भवसागर को पार किया जा सके। उन्होंने कहा कि गो. तुलसीदास जी ने रामचरित मानस में लिखा है कि बड़े भाग मानुष तन पावा, सुर दुर्लभ सब ग्रंथहि गावा..। अरविंद बाबा ने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम राम ने कहा कि मनुष्य शरीर का फल विषय सुख प्राप्त करना नहीं है। जो मनुष्य इसमें लगा रहता है वह मनुष्य अमृत छोड़ विष का सुख प्राप्त करता है। इसलिए मनुष्य को चाहिए कि वह सद्कार्य करें और संसार रूपी भव को पार करें। पूज्य गुरूदेव बाबा ने कहा कि मनुष्य शरीर पाने के लिए देवता इसलिए तरसते हैं कि मनुष्य शरीर पाकर सब सुख-दुख प्राप्त किया जा सकता है। जबकि पूज्य अमल बाबा ने कहा कि मोक्ष परलोक जाने का रास्ता है। जिसका ज्ञान गुरू देता है। उन्होंने कहा कि ईश्वर में असीम शक्ति होती है। सत्संग व ज्ञान से आशीर्वाद लिया और धनराशि भी दान की। दो दिवसीय सत्संग को सफल बनाने में महर्षि मेंहीं के परमशिष्य दिनेश भगत, जनार्दन भगत, जनार्दन साह, धर्मचंद यादव, बिरंची मंडल, घनश्याम भगत, मुखिया अमर जी, चंदेश्वरी साह, रणविजय पंडित, चंद्र किशोर ऋषि आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।