'पटेल के पास चाणक्य सी थी राजनीतिक विद्वता'
पूर्णिया, जागरण संवाददाता : जिले में विभिन्न संगठनों द्वारा भारत रत्न लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई प
पूर्णिया, जागरण संवाददाता : जिले में विभिन्न संगठनों द्वारा भारत रत्न लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की 139 वीं जयंती एकता दिवस के रुप में मनाई गई। शुक्रवार को पटेल विचार मंच के तत्वावधान में भट्ठा बाजार स्थित पटेल स्मारक पर धूमधाम के साथ सरदार पटेल की जयंती मनायी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता पटेल विचार मंच के अध्यक्ष श्रीप्रसाद महतो एवं संचालन संयोजक आरआर शरण कर रहे थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी अभिमन्यु कुमार मन्नू ने कहा कि सरदार की उपाधी उन्हें बारदोली में किसानों के नेतृत्व के कारण मिला जबकि लौह पुरुष की उपाधी उन्हें देशी रियासतों को भारत गणराज्य में मिलाने के लिए मिला था। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते कहा कि जो स्थान काफी पहले सरदार पटेल को मिलना चाहिए उसे नरेन्द्र मोदी ने आज देकर सम्मानित किया है। अपने कर्मबल पर राष्ट्रनिर्माता भी कहा जाता है। इस मौके पर गोपाल ठाकुर, रंजन कुमार सिंह, निरंजन मंडल, सुमंत लाल साह,रणवीर प्रसाद सिंह सचिदानंद राय, डा.ललित कुमार सिन्हा, रामविलोचन ठाकुर ,रामाशीष प्रसाद ,आजाद कुमार सिंह, राजेन्द्र प्रसाद पवन रवानी ,शिवशंकर राय आदि मौजूद थे।
इधर बुजुर्ग समाज की ओर से भी कार्यालय में राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप में पटेल जयंती मनायी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता बुजुर्ग समाज के अध्यक्ष भोलानाथ आलोक एवं संचालन गौतम वर्मा कर रहे थे। मुख्यअतिथि प्रो.अमरेन्द्र ठाकुर द्वारा जयंती कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस मौके पर श्री ठाकुर ने कहा कि भारत की एकता और अखंडता के लिए सरदार पटेल जीये और उनसे हमें राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा मिलती रही है। अध्यक्षीय अभिभाषण में श्री आलोक ने कहा कि 31 अक्टूबर 1857 में को जन्मे पटेल देश के पहले उप प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री पद पर रहते हुए सादगी के साथ सम्पूर्ण जीवन बिताया। अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक ने कहा कि डांडी मार्च के समय महात्मा गांधी ने पटेल जी के उपर ही सारी जवाबदेही सौंपी थी। अंग्रेजों को पटेल जी की महत्ता समझ में आ गयी थी जिस कारण महात्मा गांधी से पहले पटेल जी को गिरफ्तारी किया था। इस मौके पर अनंत लाल यादव, गौतम वर्मा, अभिमन्यु कुमार मन्नू, शशि भूषण आकाश, गोपालचंद्र घोष, मंगलम, एनपी सिन्हा, केदार नाथ साह, परिमल मित्रा, अवधेश कुमार सिंह, सुदान घोष जगदीश प्रसाद साह ,सत्यनारायण जायसवाल ,अधिवक्ता आशुतोष झा आदि मौजदू थे।
इसके अलावा चित्रवाणी सिनेमा रोड स्थित सामुदायिक भवन में कुर्मी चेतना मंच के तत्वावधान में बल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के प्रमंडलीय अध्यक्ष पवन राय कर रहे थे। वार्ड पार्षद सरिता राय ने कहा कि बल्लभ भाई पटेल ने अपने अल्पकाल के जीवन में ही भारत का गौरव पताका विश्व में फहराया था। पवन राय ने कहा कि सरदार पटेल एक लौह पुरुष और भारत को एकता के सूत्र में बांधने बाला महान देश भक्त एवं क्रांतिकारी नेता थे। पटेल जी के पास चाणक्य जैसी राजनीतिक विद्वता थी। वे देश की समस्याओं को व्यवहारिक एवं सरल दृष्टि से निपटाते थे। इस मौके पर प्रो.कुमार जितेन्द्र, वीरेन्द्र शर्मा, धीरेन्द्र झा, चन्द्र मोहन चौरसिया, सुरेन्द्र पटेल, श्यामा चंद्र सिन्हा, आदि मौजूद थे। इधर सांसद आवास पर बल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ जदयू नेता जवाहर यादव एवं संचालन जदयू नेता राकेश कुमार कर रहे थे। इस मौके पर अध्यक्षता करते श्री यादव ने कहा कि अखंड भारत का सपना सबसे पहले सरदार बल्लभ भाई पटेल ने देखी थी। वक्ताओं ने दिल्ली में उनके नाम पर राष्ट्रीय संग्रहालय खोलने एवं पाठ्यक्रम में इनकी जीवनी प्रकाशित किये जाने की मांग की गई। इस मौके पर शंकर कुशवाहा, दिलीप पंजियार, नीलू पटेल, मुजफ्फरजमा, बबलू चौधरी, अविनाश कुमार, अयूब आलम, शाही परवेज, निजामुद्दीन, मदन जायसवाल, अरुण विश्वास, विपिन ठाकुर, उपेन्द्र कुमार सिंह, राजेश यादव उर्फ राजू, जय कुमार ,मनोज यादव, अनुज यादव, प्रकाश मंडल, आमोद कुमार, प्रेम कुमार जायसवाल उपेन्द्र मंडल आदि मौजूद थे। इधर सिंधु विकास मंच की ओर से सरदार पटेल की जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप में मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष संजय सिंह सिंधु ने किया।