पंसस ने कर ली इंदिरा आवास की फर्जी निकासी
-लाभुक के स्थान पर पंसस का फोटो चिपकाकर हुआ भुगतान
-जिला अधिकारी ने दिया जांच उपरांत कार्रवाई का आदेश
सूर्य नारायण चौधरी, जानकीनगर (पूर्णिया), संस : नौलखी के पंचायत समिति सदस्य ने एक लाभुक के नाम पर इंदिरा आवास की 45 हजार रुपए की फर्जी निकासी कर ली है। इस संबंध में पीड़ित लाभुक ने जिला पदाधिकारी अरविंद कुमार सिंह, एसडीओ बनमनखी एवं बीडीओ को आवेदन सौंपकर न्याय की गुहार लगायी है। जिला पदाधिकारी पूर्णिया ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बनमनखी के बीडीओ को जांचोपरांत दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दे दिया है।
बनमनखी अनुमंडल क्षेत्र में अधिकांश इंदिरा आवास लूट-खसोट की भेंट चढ़ गई है। लाभुकों की आड़ में इंदिरा आवास के बिचौलिये खुलकर खेलते रहे हैं। जिसमें कुछ राजनीतिक संरक्षण प्राप्त छुटभैये नेता, पंचायत जनप्रतिनिधि से लेकर सरकारी कर्मी भी शामिल हैं। ताजा मामला नौलखी पंचायत का है जिसमें पंचायत समिति सदस्य सेम्पल देवी ने लाभुक अरूणा देवी के नाम पर इंदिरा आवास की कुल 45 हजार रूपए की फर्जी निकासी कर ली है। अधिकारियों को समर्पित आवेदन में कहा गया है कि नौलखी पंचायत की समिति सदस्य सेम्पल देवी ने यूबीआई की मिरचाईबाड़ी शाखा से उनकी अनुपस्थिति में खाता संख्या 0961010164139 से प्रथम एवं द्वितीय किस्त की क्रमश: 30 हजार एवं 15 हजार रूपए फर्जी निशान लगाकर निकासी कर ली है। पीड़ित संजन राम को इस बात की जानकारी उस वक्त हुई जब वह पंजाब से कमाकर घर लौटा। बताया गया है कि जब इंदिरा आवास सहायक उनके घर पहुंचकर उठाई गयी राशि से घर बनाने वरना प्राथमिकी दर्ज करने की बात कही तो उनके पांव के नीचे की जमीन ही खिसक गई। बताया कि बैंक जाकर जब पता लगाया गया तो इस बात का खुलासा हुआ कि लाभुक अरूणा देवी के फोटो के स्थान पर समिति सदस्य सेम्पल देवी का फोटो लगा हुआ है एवं अरूणा देवी का फर्जी निशान लगाकर अवैध तरीके से राशि उठाव कर लिया गया। जिला पदाधिकारी पूर्णिया ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बनमनखी के बीडीओ को जांचोपरांत दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इस संबंध में बीडीओ पूरण साह कहते हैं कि अवैध ढंग से फर्जी निकासी मामले में संबंधित बैंक के अधिकारी भी दोषी हैं। मामले की जांचोपरांत दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता की ओर से बैंक के शाखा प्रबंधक को भी आवेदन सौंप इंदिरा आवास की फर्जी निकासी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। हालांकि शाखा प्रबंधक अतीत गौरव ने बताया कि जो लाभुक हैं उसे नियमानुसार भुगतान किया गया है।