खिचड़ी में दाल नहीं, कहीं चोखा भी गायब
बनमनखी (पूर्णिया), संस : अनुमंडल के विद्यालयों से पदस्थापित शिक्षक अनाधिकृत रूप से गायब रहा करते हैं तथा कई विद्यालयों में मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता पर भी प्रश्नचिह्न उठता रहा है। मध्याह्न भोजन के लिए बच्चों की उपस्थिति पंजी भी वर्ग संचालन के समय संधारित नहीं किए जाते हैं। बुधवार को प्रखंड के नोडल पदाधिकारी सह भूमि सुधार उपसमाहर्ता संजय कुमार सिंह द्वारा मध्य विद्यालय, हृदयनगर, आदर्श मवि., धरहरा, प्रा. वि. धरहरा हरिजन, मवि. राधानगर रसिक टोला एवं मध्य वि. राधानगर का औचक निरीक्षण करते हुए इस प्रकार कई मामले सामने आए। मध्य विद्यालय, राधानगर रसिक टोला में तो नोडल पदाधिकारी श्री सिंह द्वारा मध्याह्न भोजन को चखा भी गया। इसी प्रकार म. वि. हृदयनगर में बच्चों की उपस्थिति पंजी पर सिर्फ बिंदु डालकर छोड़ा गया मिला जबकि आदर्श म. वि. धरहरा की प्रभारी प्रधानाध्यापिका संयुक्त कुमारी द्वारा बताया गया कि प्रधानाध्यापिका प्रमिला कुमारी अवकाश पर हैं तथा अवकाश पंजी एवं मध्याह्न भोजन पंजी विद्यालय में उपलब्ध नहीं पाया गया। शिक्षिका धर्मशीला कुमारी, ललिता कुमारी, प्रियंका कुमारी तथा शिक्षक मो. प्रवीण अनाधिकृत रूप से गायब पाए गए। प्रा. वि. धरहरा हरिजन के सहायक शिक्षक अनिल पासवान भी अनाधिकृत रूप से विद्यालय से गायब थे। इस विद्यालय में बने मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता न केवल खराब था बल्कि उसे अस्वास्थ्यकर ढंग से परोसा भी जा रहा था। मवि. राधानगर में भी मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता अत्यंत बदतर देखी गई। खिचड़ी में दाल रेगिस्तान में मृग मरीचिका सदृश्य था तथा हरी सब्जी यहां तक कि चोखा भी भोजन से गायब था। निरीक्षण के क्रम में आसपास के ग्रामीणों एवं शिक्षकों द्वारा नोडल पदाधिकारी को यह अवगत कराया गया कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, बनमनखी का रवैया अपारदर्शी, पक्षपातपूर्ण एवं मानमाना पूर्ण रहने के कारण विद्यालयों की गुणवत्ता में गिरावट आई है। इस संदर्भ में नोडल पदाधिकारी श्री सिंह द्वारा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को भी नियमित रूप से विद्यालय का निरीक्षण करने एवं सरकार के दिशा-निर्देश के आलोक में व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। उनके द्वारा यह भी कहा गया कि विद्यालय ससमय खुले, परिसर साफ-सुथरा हो, मध्याह्न भोजन मीनू के अनुसार स्वच्छ तरीके से बनाया एवं परोसा जाए। नोडल पदाधिकारी द्वारा वर्गो का भी निरीक्षण किया गया तथा बताया गया कि नोडल पदाधिकारी की हैसियत से लगातार निरीक्षण होगा तथा लापरवाही एवं शिथिलता के मामले सामने आने पर कार्रवाई हेतु यथोचित अनुशंसा की जाएगी।