हर मतदाता को मिलेगी पर्ची, वोट प्रतिशत में वृद्धि तय: आयुक्त
पूर्णिया, जासं.: मतदाता पहचान पत्र नहीं भी है तो मतदाता वोट देने से वंचित नहीं हो सकेंगे। वैकल्पिक डॉक्युमेंट्स की कमी भी मतदान में व्यवधान नहीं डाल पायेगा। चुनाव से पूर्व हर मतदाता के घर फोटो युक्त पर्ची पहुंचाई जायेगी। प्रमंडल के चारों जिलों में सभी बीएलओ को घर-घर पर्ची पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। 14 अप्रैल से यह कार्य शुरू कर दिया गया है। मतदान से पूर्व सभी मतदाताओं के घर बीएलओ पर्ची लेकर पहुंच जाएंगे। सुरक्षा की भी अभूतपूर्व व्यवस्था है इसलिए मतदाता निर्भीक होकर निष्पक्ष भाव से अपना मतदान कर सकते हैं। उक्त बातें प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार ने मंगलवार को कही है।
प्रमंडलीय आयुक्त श्री कुमार ने कहा है कि भारत विश्व के बड़े लोकतांत्रिक देशों में एक है। चुनाव को यहां एक महापर्व के रूप में लिया जाता है। यहां मतदाताओं की बड़ी संख्या है जिस कारण चुनाव में व्यापक प्रबंधन की आवश्यकता होती है। आसन्न लोकसभा चुनाव में भी मतदाताओं की सुविधा के लिए हर संभव उपाय किये जा रहे हैं। प्रमंडल के सभी जिलों में मतदान की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। साथ ही सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं। मतदाताओं को वोट डालने में कोई व्यवधान न हो, इसके लिए विशेष ध्यान रखे जा रहे हैं। फोटो पहचान पत्र की वैकल्पिक व्यवस्था के तौर फोटो युक्त पर्ची मतदाताओं को दिए जा रहे हैं। हर मतदाताओं को उनके घर पर फोटो युक्त पर्ची पहुंचाने के लिए काफी संख्या में बीएलओ को लगाया गया है। पहचान पत्र एवं अन्य वैकल्पिक व्यवस्था के बिना भी वोटर इस पर्ची के आधार पर आसानी से मतदान कर सकेंगे। वहीं सुरक्षा के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि लोस चुनाव में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध किये गये हैं। 39 कंपनी अर्द्धसैनिक बलों के अलावा बिहार सशस्त्र पुलिस बल एवं होम गार्ड के जवानों को भी चुनाव में लगाया गया है। उन्होंने कहा कि हर बूथ पर सशस्त्र बल तैनात रहेंगे, जिन्हें शरारती तत्वों को गोली मारने तक का अधिकार दिया गया है। इसके अलावा सुरक्षा की अन्य इकाईयों को भी सक्रिय किया गया है जो कई स्तर पर सुरक्षा की जिम्मेदार संभाल रहे हैं। चुनाव से पूर्व बड़ी संख्या में असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी, जिला बदर एवं धारा 107 की कार्रवाई भी की गई है। प्रत्याशियों पर भी व्यय मामले को लेकर शिकंजा कसा गया है। इसलिए मतदाताओं को डराना अथवा प्रलोभित करना संभव नहीं होगा। निम्न तबके के मतदाता भी शांतिपूर्वक एवं निर्भीक होकर मतदान कर सकेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार वोटों का प्रतिशत काफी बढेगा। वहीं श्री कुमार ने कथित वोट बहिष्कार के मामले को भी गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि वोट बहिष्कार के पीछे कुछ शरारती लोग हैं जो भोले-भाले ग्रामीणों को भड़का कर अपना उल्लू सीधा करना चाहते हैं। ऐसे लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में 15 लाख से अधिक वोटर हैं। लेकिन समाज के कुछ चालबाज अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए कुछ दर्जन लोगों को खड़ा कर वोट बहिष्कार का नारा लगाने लगते हैं। ये कथित मतदान बहिष्कार करने की बातें आमजनों के अधिकार का हनन माना जाएगा और ऐसे लोगों पर आपराधिक मामले दर्ज करने के आदेश जिला प्रशासनों को दिए गए हैं। आयुक्त ने कहा कि लोकतंत्र में जनता की सबसे बड़ी ताकत वोट करने का अधिकार है। अपने इस मताधिकार का प्रयोग कर ही वे किसी भी समस्या का समाधान निकाल सकते हैं। श्री कुमार ने मतदाताओं से इस महापर्व में अवश्य भाग लेने का आह्वान भी किया है।