निष्पक्ष और भयमुक्त माहौल में चुनाव कराना प्राथमिकता: डीएम
पूर्णिया, जासं.: नवनियुक्त जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी संजय अग्रवाल ने पदभार ग्रहण करते ही अपने पहले प्रेस कांफ्रेंस में स्पष्ट कर दिया है कि निष्पक्ष एवं भयमुक्त माहौल में चुनाव संपन्न कराना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। बुधवार को समाहरणालय सभागार में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि धनबल और बाहुबल का बिल्कुल जोर नहीं चलेगा। उन पर अंकुश के लिए प्रत्याशियों के खर्चे का बारिकी से निरीक्षण किया जा रहा है तथा पर्याप्त सुरक्षा बल भी लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्य आब्जर्वर आइएएस शिवमहाशंकर के निर्देशन में जिला प्रशासन मुस्तैदी से काम कर रहा है। उन्होंने मीडिया से भी सहयोग की अपील की।
अपने संबोधन में श्री अग्रवाल ने कहा कि पूर्णिया में तीसरे चरण में आगामी 24 अप्रैल को मतदान होना है। मतदान प्रक्रिया का महत्वपूर्ण चरण नामांकन से लेकर नाम वापसी तक की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। कुल 20 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया था जिसमें स्क्रूटनी में दो के नामांकन अवैध करार दिये गये थे जबकि 9 अप्रैल को नाम वापसी के अंतिम दिन एक निर्दलीय प्रत्याशी संजय पासवान ने अपना नामांकन वापस ले लिया। इस तरह अब 17 प्रत्याशी चुनाव मैदान में रह गये हैं। इसलिए मतदान के लिए अब यहां दो बैलेट यूनिट की जरूरत होगी। चूंकि एक इवीएम में 16 प्रत्याशियों के नाम ही शामिल रहते हैं। 16 प्रत्याशियों के लिए ही उसमें बटन निर्धारित है। फिर इस बार नोटा बटन भी इवीएम में शामिल किया गया है। इसलिए 16 से अधिक उम्मीदवार होने पर दो इवीएम की आवश्यकता पड़ती है। पूर्णिया संसदीय क्षेत्र में भी दो इवीएम में प्रत्याशियों के नाम व छाप रहेंगे।
वहीं सभी प्रत्याशियों को बुधवार को चुनाव चिन्ह भी आवंटित कर दिया गया है। मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य राजनैतिक दलों को निर्धारित चुनाव चिन्ह के अलावा अन्य प्रत्याशियों को अलग चुनाव चिन्ह दिये गये हैं। दो प्रत्याशियों द्वारा एक ही चुनाव चिन्ह मांगे जाने पर लॉटरी के जरिये चिन्ह का निर्धारण किया गया। इसके साथ ही 7 ए फार्म को पूरा कर लिया गया है तथा इसे अनुमोदन के लिए चुनाव आयोग को भेजा जायेगा। डीएम श्री अग्रवाल ने बताया कि सभी दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उन्हें भी आदर्श आचार संहिता के अलावा चुनाव से संबंधित अन्य जानकारियों से अवगत करा दिया गया है। उन्हें मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का पूरी तरह अनुपालन करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि फ्री एंड फेयर मतदान के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है। सभी जिलो के बार्डर क्षेत्रों में चेक पोस्ट लगाये गये हैं जहां पर वाहनों आदि की गहन जांच की जा रही है। इसके जरिये शराब, राशि एवं हथियार के ट्रांजिक्शन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बिना परमिशन वाले वाहनों को भी जब्त कर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। एमसीसी दल आदर्श आचार संहिता मामले पर पूरी तरह निगरानी रख रही है। एमसीसी ने अब तक आचार संहिता उल्लंघन के 5 मामले दर्ज कराए हैं। जिनमें भाजपा के प्रफुल्ल रंजन वर्मा पर दो, भाजपा के प्रमोद शर्मा पर एक, जदयू के खुर्शीद जमाल पर एक तथा जदयू के ही राजा सिंह पर एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मतदान केंद्रों से संबंधित सूचनाओं का संग्रह करने, भेद्य क्षेत्रों की पहचान एवं मैपिंग करने तथा मतदान हेतु भयमुक्त वातावरण का निर्माण करने के उद्देश्य से जिला में कुल 174 कर्तव्यनिष्ठ पदाधिकारी को सेक्टर दंडाधिकारी नियुक्त किया गया है। जिस इलाके में मतदाताओं को डराने-प्रलोभित किये जाने की आशंका है उसे भी चिन्हित किया जा रहा है। पार्टी प्रत्याशियों से भी ऐसे इलाकों की जानकारी देने की अपील की गई है। बूथों पर जिन चुनाव कर्मियों को भेजा जाएगा उन्हें भी अचानक ही भेजे जाने की व्यवस्था की गई है। कंप्यूटर के द्वारा रैंडमली उनके क्षेत्र का निर्धारण किया जायेगा ताकि किसी प्रत्याशी से उनका सांठ-गांठ नहीं हो सके। यही विधि पेट्रोलिंग पार्टी के साथ भी अपनाई जायेगी। वहीं क्षेत्र में शांति व्यवस्था भंग करने वालों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। अभी तक 6495 लोगों पर धारा 107 के तहत कार्रवाई की गई है। अभी तक 24 प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। जबकि 1,29,045 रुपये जब्त किये गये हैं। अभी तक एक अवैध सेमी ऑटोमेटिक कारबाइन, 12 देशी पिस्तौल एवं 51 कारतूस बरामद किये गये हैं। वहीं उन्होंने कहा कि धनबल पर विशेष नजर रखी जा रही है। इसके लिए व्यय कोषांग को सक्रिय किया गया है। प्रत्याशियों को व्यय का लेखा-जोखा दुरूस्त करने का निर्देश दिया गया है। व्यय का ब्योरा दाखिल किये जाने के लिए प्रत्याशियों के लिए तीन तिथि निर्धारित की गई है। 11 अप्रैल को एकाउंट की पहली जांच होगी, दूसरी जांच 16 अप्रैल एवं तीसरी जांच 21 अप्रैल को होगी। इस जांच प्रक्रिया में जो प्रत्याशी सहयोग नहीं करेंगे उन पर संहिता के तहत कार्रवाई की जाएगी। भविष्य में उनके चुनाव लड़ने पर भी रोक लगाई जाएगी। प्रत्याशियों के व्यय में अगर कोई गड़बड़ी पकड़ी जाती है तो जीत के बाद भी उनकी सदस्यता रद्द की जा सकती है। वहीं उन्होंने कहा कि मीडिया की भी बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने भयमुक्त एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए उनसे भी सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि जनता जिसे अपना प्रतिनिधि चुनना चाहती है, निडर होकर चुनें, उसे कोई डरा-धमका नहीं सकता है। इस दौरान डीडीसी अरूण प्रकाश, उप निर्वाचन पदाधिकारी रामलला, अपर समाहर्ता राजेश कुमार, मीडिया कोषांग नोडल पदाधिकारी विष्णुदेव मंडल सहित कई अधिकारी मौजूद थे।