गजब, बिहार के गांवों में दस एमबीपीएस से चलेगा नेट
बिहार के गांव भी अब साइबर दुनिया में अपनी दस्तक देंगे। दो-चार एमबीपीएस (मेगा बाइट पर सेकेंड) की स्पीड से नहीं पूरे दस एमबीपीएस की दमदार स्पीड के साथ। पिछले महीने तक इस दिशा में 15 सौ गांवों तक योजना का कार्य पूरा हो चुका है।
पटना। बिहार के गांव भी अब साइबर दुनिया में अपनी दस्तक देंगे। दो-चार एमबीपीएस (मेगा बाइट पर सेकेंड) की स्पीड से नहीं पूरे दस एमबीपीएस की दमदार स्पीड के साथ। पिछले महीने तक इस दिशा में 15 सौ गांवों तक योजना का कार्य पूरा हो चुका है। जल्द ही यह सुविधा बीएसएनएल की ओर से मिलने लगेगी।
केन्द्र सरकार के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत बिहार के 534 प्रखंडों की 8354 पंचायतों में ऑप्टिकल फाइबर बिछाए जा रहे हैं। साल के अंत तक पूरे बिहार में ऑप्टिकल बिछाने का काम पूरा हो जाएगा। पहले चरण में 315 प्रखंडों के 5202 पंचायतों में ऑप्टिकल फाइबर बिछाने का काम शुरू किया गया है। ये बातें बीएसएनएल के मुख्य महाप्रबंधक शिवलाल सिंह ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहीं।
मुख्य महाप्रबंधक ने कहा कि 30 जून तक 1500 गांव में ऑप्टिकल फाइबर बिछा भी दिए गए हैं। शेष 219 प्रखंडों के 3152 पंचायतों में अगले चरण में ऑप्टिकल फाइबर बिछाने का काम शुरू होगा। शिवलाल सिंह ने कहा कि बीएसएनएल की कोशिश है कि गावों में 10 एमबीपीएस की गति से इंटरनेट सेवा मिले। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही सूबे के सभी पर्यटक स्थलों गया, वैशाली, राजगीर समेत अन्य शहरों को वाई-फाई से जोड़ा जाएगा।