Move to Jagran APP

फैसला टलने पर बोले ललित बाबू के पुत्र, हमें न्‍याय की उम्‍मीद नहीं

दिल्‍ली की कक्‍कड़डूमा कोर्ट में फैसला टल जाने के बाद पूर्व रेलमंत्री स्‍व ललित नारायण मिश्र के पुत्र व पूर्व विधायक विजय मिश्रा ने कहा कि उन्‍हें व उनके परिवार को अब न्‍याय मिलने की कोई उम्‍मीद नहीं है, चाहे फैसला आठ को आए या 18 को। उनका विश्‍वास अब

By Mrityunjay Kumar Edited By: Published: Mon, 10 Nov 2014 02:39 PM (IST)Updated: Mon, 10 Nov 2014 02:44 PM (IST)

पटना। दिल्ली की कक्कड़डूमा कोर्ट में फैसला टल जाने के बाद पूर्व रेलमंत्री स्व ललित नारायण मिश्र के पुत्र व पूर्व विधायक विजय मिश्रा ने कहा कि उन्हें व उनके परिवार को अब न्याय मिलने की कोई उम्मीद नहीं है, चाहे फैसला आठ को आए या 18 को। उनका विश्वास अब उठ चुका है।

loksabha election banner

ललित नारायण मिश्र हत्याकांड में आज फैसला सुनाया जाना था लेकिन कोर्ट ने सुनवाई टालते हुए फैसला आठ दिसंबर तक टाल दिया। मिश्र की हत्या 39 साल पहले 2 जनवरी 1975 को समस्तीपुर में उस समय कर दी गई थी जब वह एक सभा को संबोधित कर रहे थे। उसके बाद 24 जनवरी 1975 को पटना के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में आरोप पत्र दाखिल हुआ। चार साल यहां मामले की निरंतर सुनवाई हुई। फेयर ट्रायल की मांग पर 17 दिसंबर 1979 को सर्वोच्च न्यायालय ने मुकदमे की सुनवाई के लिए केस को दिल्ली की अदालत में स्थानांतरित किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.