बिहार में छह कंपनियों के नूडल्स व पास्ता में मिले जहरीले तत्व, लगा बैन
सिर्फ मैगी ही नहीं, बल्कि सूबे में बिक रहे अधिकांश बड़ी कंपनियों के नूडल्स, पास्ता और टेस्टमेकर को जांच में जहरीला पाया गया है। यह खुलासा खाद्य संरक्षा विभाग ने प्रयोगशाला रिपोर्ट के आधार पर किया है। फिलहाल एक माह के लिए प्रतिबंध लगाया गया है।
पटना। सिर्फ मैगी ही नहीं, बल्कि सूबे में बिक रहे अधिकांश बड़ी कंपनियों के नूडल्स, पास्ता और टेस्टमेकर को जांच में जहरीला पाया गया है। यह खुलासा खाद्य संरक्षा विभाग ने प्रयोगशाला रिपोर्ट के आधार पर किया है। स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होने के कारण शनिवार को खाद्य संरक्षा आयुक्त आनंद किशोर ने छह प्रतिष्ठित ब्रांडों के ऐसे उत्पादों की बिक्री, भंडारण व प्रदर्शन को प्रतिबंधित कर दिया है। फिलहाल एक माह के लिए प्रतिबंध लगाया गया है।
आयुक्त आनंद किशोर ने बताया कि मैगी नूडल्स में खतरनाक स्तर तक घातक लेड व एमएसजी (मोनो सोडियम ग्लूटामेट) मिलने के बाद अन्य उत्पादों की जांच कराई गई थी। विभाग ने नेस्ले के अलावा आइटीसी फूड डिविजन के यप्पी, हिंदुस्तान यूनी लीवर के नॉर सूपी नूडल्स, कैप्टेन फूड्स के सीम्स मंचूरियन, ग्लैक्सो स्मिथ क्लाइन के फूडल्स मल्टीग्रेन आटा नूडल्स विद टेस्ट मेकर, इंडोशियन फूड लिमिटेड के टॉप रैमन, निलांस आदि के नूडल्स-पास्ता उत्पादों की प्रयोगशाला में जांच कराई थी। प्रदेश भर से कुल 37 नमूने लिए गए थे, इसमें से 24 नमूने पटना जिले से लिए गए थे।
इन पर लगा बैन : हिंदुस्तान यूनीलिवर, ग्लैक्सो स्मिथ क्लाइन, कैपिटल फूड, इंडो निशान फूड लिमिटेड के टॉप रैमन, आइटीसी फूड डिविजन, नेस्ले आइटीसी फूड डिविजन के उत्पादों में लेड और मोनो सोडियम ग्लूटामेट की मात्रा काफी ज्यादा मिली है। यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
अब लोकल ब्रांड की जांच : आयुक्त ने कहा कि प्रदेश में भी कुटीर उद्योगों के तहत नूडल्स बनाए जा रहे हैं। उनके भी नमूने लेकर जांच को भेजे जाएंगे। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।