लोक आस्था का चार दिवसीय छठ व्रत आरंभ
लोक आस्था का चार दिवसीय चैती छठ शुक्रवार से आरंभ हो गया।
पटना। लोक आस्था का चार दिवसीय चैती छठ शुक्रवार से आरंभ हो गया। आस्था और श्रद्धा का पर्व नहाय-खाय से आरंभ हो जाएगा। चार दिनों तक चलने वाले पर्व में शुक्रवार को सुबह व्रती गंगा स्नान कर घर पर गंगा जल लाकर प्रसाद बनाएंगी। अनुष्ठान को देखते हुए जहां व्रती एक ओर अपनी तैयारी में जुटी हैं तो दूसरी ओर बाजार भी तैयार हैं। छठ को लेकर मिट्टी के चूल्हे, आम की लकड़ी एवं फलों का बाजार गर्म है।
रविवार के दिन पहला अर्घ्य मंगलकारी - आचार्य बुद्धन ओझा ने बताया कि काफी समय बाद ऐसा संयोग बना है कि चैती छठ पर भगवान भास्कर को रविवार दो अप्रैल को सांध्य अर्घ्य दिया जाएगा। रविवार का दिन सूर्य का दिन होने से व्रती के लिए मंगलकारी है। ओझा ने बताया कि इस दिन सूर्यास्त छह बजकर नौ मिनट पर होगा। इस दौरान व्रती डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगी। दूसरा अर्घ्य तीन अप्रैल सोमवार को दिया जाएगा। सोमवार को सूर्योदय पांच बजकर 51 मिनट पर होगा।
नहाय-खाय और खरना के लिए गंगा घाट पर जाएंगी व्रती - नहाय-खाय को लेकर व्रती गंगा के विभिन्न घाटों पर सुबह से डेरा डाले रखेंगी। गंगा में स्नान करने के बाद व्रती नहाय-खाय के लिए गंगाजल अपने घर लाकर प्रसाद बनाएंगी। तो कुछ प्रसाद बनाने के लिए घाट पर गेंहू सुखाएंगी। एक अप्रैल को खरना प्रसाद बनाना शुरू होगा और रात में व्रती प्रसाद ग्रहण कर अर्घ्य देने तक निराहर रहेंगी।
मिट्टी के चूल्हे से लेकर सब्जी और लकड़ी का बाजार गर्म - व्रत को लेकर आर ब्लॉक चौराहा, इनकम टैक्स गोलबंर, गांधी मैदान, राजापुर पुल, बेली रोड, दलदली रोड आदि जगहों पर मिट्टी के चूल्हों की बिक्री खूब हो रही है। साथ ही फल बाजार, लकड़ी बाजार और सब्जी बाजार में भी रौनक देखने को मिल रही है। नहाय-खाय को लेकर सब्जी के भाव आसमान छू रहे हैं। ऐसे में व्रती सोच-समझ कर सामान की खरीदारी करते नजर आ रही हैं।
31 मार्च - नहाय-खाय
1 अप्रैल - खरना
2 अप्रैल - सायंकालीन अर्घ्य
3 अप्रैल - दूसरा अर्घ्य, पारण
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