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अहमदाबाद ब्‍लास्‍ट का आरोपी तौसिफ बिहार में गिरफ्तार

बिहार एटीएस को बुधवार को बड़ी सफलता मिली। नौ साल से गुजरात पुलिस व एनआइए की नजरों में धूल झोंकता रहा अहमदाबाद ब्‍लास्‍ट का आरोपी तौसिफ बिहार के गया में गिरफ्तार किया गया है।

By Amit AlokEdited By: Published: Wed, 13 Sep 2017 11:43 PM (IST)Updated: Thu, 14 Sep 2017 11:36 PM (IST)
अहमदाबाद ब्‍लास्‍ट का आरोपी तौसिफ बिहार में गिरफ्तार
अहमदाबाद ब्‍लास्‍ट का आरोपी तौसिफ बिहार में गिरफ्तार

पटना [राज्य ब्यूरो]। बिहार पुलिस गया के सिविल लाइंस थानाक्षेत्र से बुधवार को एक संदिग्ध तौसिफ को पकड़ा। पुलिस उसके आतंकी कनेक्शन की जांच कर रही है। चर्चा है कि उसके तार अहमदाबाद में 2008 में हुए ब्लास्ट से हैं। वह गया में अपनी पहचान छुपाकर रह रहा था।
सूत्रों के अनुसार संदिग्ध की गिरफ्तारी की सूचना बिहार पुलिस ने गुजरात एटीएस को दी। गुजरात एटीएस की टीम गुरुवार की सुबह गया पहुंची। बिहार एटीएस ने एक स्थानीय युवक को भी गिरफ्तार किया है। दोनों की गिरफ्तारी के बाद बिहार एटीएस की टीम गया पुलिस के साथ डोभी के आसपास के गांवों में भी छापेमारी कर रही है।
ऐसे पकड़ाया वह संदिग्ध
पिछले दो-तीन दिनों से गया के राजेंद्र आश्रम मोहल्ला स्थित एक साइबर कैफे में आता था। वहां नेट सर्फिंग करता था, लेकिन अपना कोई पहचान पत्र नहीं देता था। कैफे के मालिक ने उससे आधार कार्ड या कोई भी पहचान पत्र देने को कहा, पर उसने इन्कार कर दिया। तब उसे कैफे से मैसेज करने की मनाही कर दी। वह वहां से जाने लगा। इसी बीच कैफे मालिक को संदेह हुआ और उसने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने दो संदिग्धों को वहां से पकड़ा। एक व्यक्ति स्थानीय बताया जा रहा है।
पुलिस ने की पूछताछ
पुलिस दोनों संदिग्धों को पूछताछ के लिए गया के सिविल लाइंस थाना ले आई। वहां दोनों से पूछताछ की गई। उन्होंने दावा किया कि वह डोभी के करमौनी गांव के रहने वाले हैं। पुलिस की एक टीम देर रात सत्यता की जांच के लिए वहां गई है। दोनों व्यक्ति खुद को करमौनी निवासी साबित करने में लगे हैं।
कैफे में की गई जांच
पुलिस ने गया के राजेंद्र आश्रम स्थित साइबर कैफे भी रात में खुलवाया। पुलिस यहां से पिछले तीन दिनों में भेजे गए मैसेज की पड़ताल की कोशिश कर रही थी। देर रात तक टीम इसमें जुटी थी। टेक्निकल और साइबर एक्सपर्ट भी थे, पर कोई स्पष्ट सुराग नहीं मिला है।
टारगेट में रहा है महाबोधि और विष्णुपद मंदिर
पहले से भी बोधगया का महाबोधि मंदिर और गया का विष्णुपद मंदिर आतंकियों के टारगेट पर रहा है। पुलिस प्रशासन की बैठक में इस बात पर बराबर जोर दिया गया है कि सुरक्षा में कोई कोताही नहीं हो। 07 जुलाई 2013 को महाबोधि मंदिर में आतंकियों ने सीरियल विस्फोट किया था। इसमें बोधगया के छह स्थानों पर बारी-बारी से विस्फोट की घटना को अंजाम दिया गया था, जिसमें दो भिक्षु भी घायल हो गए थे।

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