तेजस्वी बोले- जदयू का साथ और आशीर्वाद दोनों मेरे साथ है
तेजस्वी यादव ने कहा कि सुशील मोदी का वजूद पार्टी में खत्म हो रहा है। ऐसे में वे लाइमलाइट में बने रहने के लिए लिए अनर्गल बयानबाजी करते रहते रहते हैं।
पटना [जेएनएन]। राजद अध्यक्ष लालू यादव के पुत्र और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सुशील मोदी पर हमला करते हुए कहा कि उनके पास कोई काम नहीं है। पार्टी में भी उनका कोई वजूद नहीं बचा है। ऐसे में वे अपना वजूद बचाने के लिए फालतू बातें कर रहे हैं। मेरे परिवार के उपर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।
तेजस्वी ने आगे कहा कि मुझे दुख है कि सुशील मोदी ने हमें कुछ नहीं सिखाया। जितनी मेरी उम्र है, उससे अधिक उनका राजनीतिक कैरियर है। इसके उल्टे वे मुझे परेशान करने में लगे हैं लेकिन मैं डरने वाला नहीं हूं। मैं विचलित होने वाला नहीं हूं। मेरा एक ही लक्ष्य है बिहार का विकास। मैं निगेटिव बातों पर ध्यान नहीं देता हूं। बिना किसी की परवाह किये अपने काम में लगा हुआ हूं।
गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जदयू का अाशिर्वाद और साथ दोनों मेरे साथ है। गठबंधन में सब सही चल रहा है।
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राजधानी स्थित बेली रोड में अंतरराष्ट्रीय स्तर के निर्माणाधीन बिहार संग्रहालय के निरीक्षण के दौरान कहा कि इसका निर्माण इस वर्ष के अंत तक पूरी तरह हो जाएगा। इस दौरान भवन निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने कहा कि अब सिर्फ कुछ हद तक फिनिशिंग और वुड फ्लोर तैयार करने का काम बचा है।
बचपन के दिन याद आ गए
बिहार संग्रहालय में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को अपने बचपन के दिन याद आ गए। उन्होंने कहा कि बचपन में हमलोग पटना म्यूजियम जाते थे। काफी अच्छा लगता था। बिहार संग्रहालय का निर्माण जिस तरह से हुआ है वह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की संरचना है। पर्यटन व ज्ञानवर्धन की दृष्टि से यह काफी महत्वपूर्ण जगह होगी।
अलग-अलग कालखंड के लिए अलग गैलरी
तेजस्वी यादव सबसे पहले बिहार टाइम लाइन गैलरी में पहुंचे। क्यूरेटर मोमिता घोष ने उन्हें इस गैलरी के बारे में जानकारी दी। इस गैलरी की खासियत यह है कि यहां आपको महाजनपदों के उदय के काल से लेकर नंद वंश, मौर्य, गुप्त, शुंग, कुषाण काल से लेकर मध्यकालीन भारत और स्वतंत्र भारत में बिहार के इतिहास की पूरी जानकारी मिलेगा। संबंधित काल में कला संस्कृति, धर्म, समाज, वाणिज्य और युद्ध आदि की जानकारी एक लंबे कैनवास के माध्यम से दी गयी है।
क्या आप मौर्य साम्राज्य का शासक बनना चाहते हैैं?
बच्चों के लिए खास तौर पर बनी गैलरी के पहले एक गैलरी ऐसी है जहां बच्चों के लिए गेम है। इस गेम में चाणक्य के रूल्स का अनुपालन करना है। गेम का नाम है कि क्या आप मौर्य साम्राज्य का शासक बनना चाहते हैैं। जो इस गेम को जीतता है वह वहां बने एक राज सिंहासन पर बैठने का हक पाता है।
बच्चों की गैलरी में काफी देर रहे
बच्चों के लिए बिहार संग्रहालय में एक खास गैलरी है। कुछ दिन पहले तक यह लोगों के लिए उपलब्ध भी थी पर अभी मेंटेनेंस में है। ऐसी उम्मीद है कि पंद्रह मई तक यह गैलरी फिर से शुरू हो जाएगी।