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नगर आयुक्त की नेमप्लेट के साथ छेड़छाड़

नगर निगम में शुक्रवार को विरोध की राजनीति ने हदें पार कर दीं। सशक्त समिति के कुछ सदस्यों ने कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए शुक्रवार को नगर आयुक्त कुलदीप नारायण की नेम प्लेट पर अपर नगर आयुक्त के नाम का कागज चिपका दिया।

By Mrityunjay Kumar Edited By: Published: Sat, 20 Dec 2014 10:54 AM (IST)Updated: Sat, 20 Dec 2014 10:56 AM (IST)
नगर आयुक्त की नेमप्लेट के साथ छेड़छाड़

पटना। नगर निगम में शुक्रवार को विरोध की राजनीति ने हदें पार कर दीं। सशक्त समिति के कुछ सदस्यों ने कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए शुक्रवार को नगर आयुक्त कुलदीप नारायण की नेम प्लेट पर अपर नगर आयुक्त के नाम का कागज चिपका दिया। हालांकि नगर आयुक्त उस वक्त कार्यालय में नहीं थे, मगर सूचना के बाद वे कार्यालय आए और अब आयुक्त के निर्देश पर सशक्त समिति के सदस्यों पर प्राथमिकी की तैयारी है।

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उस वक्त तकरीबन शाम के चार साढ़े चार बजे थे। नगर आयुक्त कुलदीप नारायण अपने कार्यालय कक्ष में मौजूद नहीं थे। अमूमन अन्य दिनों में जिस प्रकार की चहलकदमी होती है वैसी ही आज भी थी। सबकुछ सामान्य सा था तभी नगर निगम की सशक्त समिति के कुछ पार्षद हाथों में कुछ कागज लिए नगर आयुक्त कार्यालय तक आए और जब तक लोग कुछ समझ पाते इसके पूर्व ही सशक्त समिति के उक्त सदस्यों ने आयुक्त की नेम प्लेट पर अपर नगर आयुक्त शीर्षत कपिल अशोक के नाम का कागज चिपका दिया। इसके अलावा इन पार्षदों ने आयुक्त के दरवाजे पर राज्य सरकार द्वारा जारी आयुक्त का निलंबन आदेश और साथ ही नगर विकास विभाग द्वारा अपर नगर आयुक्त शीर्षत कपिल अशोक को आयुक्त का प्रभार दिए जाने संबंधी आदेश को भी चस्पा कर दिया।

जिस वक्त यह घटना हुई निगम के ज्यादातर अफसर और कर्मचारी कार्यालय में ही मौजूद थे। घटना अफसरों और कर्मियों के लिए चौकाने वाली थी। बहरहाल मेयर खेमे के पार्षद अपना काम कर लौट गए तो इस बारे में मुख्यालय से नगर आयुक्त को फोन कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई। इसके बाद शाम करीब साढ़े पांच बजे आयुक्त अपने कार्यालय पहुंचे। पत्रकारों से बिना मिले और कुछ बोले ही वे अपने चैंबर में प्रवेश कर गए। बाद में उन्होंने विशेष कार्य पदाधिकारी, नगर सचिव व कई अन्य को अपने चैंबर में बुलाकर पूरी घटना की जानकारी ली। सूत्रों ने बताया कि पूरे घटनाक्रम की जानकारी मिलने के बाद आयुक्त ने नगर निगम मुख्यालय में इस प्रकार की घटना को अंजाम देने वाले नगर पार्षद संजीव कुमार, विनोद कुमार और संजय कुमार समेत कुछ अन्य लोगों पर प्राथमिकी का आदेश दिया है।


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