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PMCH के बाद DMCH में भी जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल, मरीज परेशान

पटना मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी है और साथ ही डीएमसीएच के भी जूनियर डॉक्टर भी हड़ताल पर चले गए हैं। मरीजों और परिजनों को को काफी परेशानी हो रही है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Wed, 24 May 2017 11:16 AM (IST)Updated: Wed, 24 May 2017 11:42 PM (IST)
PMCH के बाद DMCH में भी जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल, मरीज परेशान
PMCH के बाद DMCH में भी जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल, मरीज परेशान

पटना [जेएनएन]। पीजी मेडिकल की काउंसिलिंग के दौरान अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज और गिरफ्तारी के विरोध में बुधवार को पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर ने कार्य बहिष्कार किया। कार्य बहिष्कार के बावजूद इमरजेंसी व ओपीडी में सामान्य दिनों की तरह की इलाज हुआ।

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सूबे के सबसे अस्पताल में स्वास्थ्य प्रभावित न हो इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 70 डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति कर दी है। शाम तक 25 डॉक्टरों ने योगदान भी दे दिया। बुधवार को इमरजेंसी करीब 240 और ओपीडी डेढ़ हजार से अधिक मरीज पहुंचे। 

पीएमसीएच में इलाज को लेकर वरीय चिकित्सकों के अतिरिक्त सीनियर रेजिडेंट को बुला लिया गया था। डॉक्टरों की छुट्टी भी रद कर दी गई है। पटना प्रमंडल के क्षेत्रीय अपर निदेशक डॉ. केके मिश्रा ने बताया कि कार्य बहिष्कार से निपटने के लिए तैयारी कर ली गई है। मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। 

इमरजेंसी का ओटी रहा प्रभावित
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से इमरजेंसी की ऑपरेशन थिएटर प्रभावित रहा। देर शाम तक इमरजेंसी ओटी में कोई भी ऑपरेशन नहीं हो सका। जबकि अमूमन हर दिन एक दर्जन केस होते हैं। सर्जरी के एक चिकित्सक ने बताया कि किसी भी ऑपरेशन के लिए तीन-चार विशेषज्ञ का होना जरूरी है, ताकि सर्जरी आसानी से हो सके।

सामान्य ओटी में हुआ इलाज
एनेस्थीसिया एचओडी डॉ. विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि सामान्य ओटी निर्बाध रूप से चली। इसके तहत लेबर ओटी में पांच, ओटी वन में आठ, टू में सात, तीन में सात, चार में 10 एवं ओटी पांच में एक ऑपरेशन किया गया।

डटे रहे उपाधीक्षक एवं सीसीएमओ
जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के बाद पीएमसीएच इमरजेंसी में किसी तरह मरीजों को परेशानी न हो इसके लिए उपाधीक्षक डॉ. दीपक टंडन एवं सीसीएमओ खुद डटे रहे। मुख्य आकस्मिक चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अभिजीत सिंह इमरजेंसी में घूम-घूम कर मरीजों की परेशानी को देखते रहे। मरीजों का इलाज करते रहे। बाहर से आने वाले चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति लेने से लेकर कंट्रोल रूम का भी कमान संभाले रहे।

12 मरीजों की हुई मौत
पीएमसीएच में बुधवार को 12 मरीजों की मौत हुई, जिसमें आठ मेडिसीन, तीन सर्जरी व एक ऑर्थोपेडिक विभाग के मरीज थे। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि मरीजों की मौत इलाज के दौरान हुई। उक्त मरीजों की हालत पहले से ही गंभीर थी।

जेडीए ने कहा- हड़ताल नहीं, कार्य बहिष्कार
जूनियर डॉक्टर्स एसोशिएशन (जेडीए) ने इसे हड़ताल नहीं कार्य बहिष्कार बताया है। जूनियर डॉक्टर्स एसोसिशन के अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार यादव ने कहा कि जब तक गिरफ्तार छात्रों की रिहाई नहीं होती हैं, तब तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।

कार्य बहिष्कार की सूचना से घट गए मरीज
पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल की सूचना से इमरजेंसी व ओपीडी में मरीजों की संख्या घट गई।

दिनांक इमरजेंसी ओपीडी

20 मई 276 1489
21 मई 285 रविवार
22 मई 345 2224
23 मई 344 1809
24 मई 243 1558

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डीएमसीएच में पीजी चिकित्सक भी गए हड़ताल पर
दरभंगा मेडिकल कालेज एंड हॉस्पिटल के जूनियर डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। पटना में बीसीईसीईबी बोर्ड की काउंसिलिंग के दौरान जूनियर डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट तथा गिरफ़्तारी के विरोध में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं।हड़ताल से डीएमसीएच की आपात व आउटडोर सेवा प्रभावित है। अस्पताल अधीक्षक संतोष मिश्रा ने बताया कि मरीजों की परेशानी दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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