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शराबबंदी को लेकर HCके फैसले के बाद किसने क्या कहा, जानिए

बिहार में शराबबंदी के बारे में हाईकोर्ट के आदेश को लेकर विभिन्न नेताओं ने अलग- अलग प्रतिक्रिया दी है। मांझी ने कहा कि नीतीश की चेहरा चमकाने की कवायद का सच सामने आ गया है।

By Pramod PandeyEdited By: Published: Fri, 30 Sep 2016 05:57 PM (IST)Updated: Fri, 30 Sep 2016 06:31 PM (IST)
शराबबंदी को लेकर HCके फैसले के बाद किसने क्या कहा, जानिए

पटना [वेब डेस्क ]। बिहार में शराबबंदी संबंधी अधिसूचना रद किए जाने के पटना हाईकोर्ट के फैसले के बाद इस मुद्दे पर विभिन्न नेताओं ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है। विपक्ष ने शराबबंदी संबंधी कानून के रद होने पर जहां नीतीश सरकार को आड़े हाथो लिया है वहीं सरकार में शामिल दलों के नेताओं ने शराबबंदी का समर्थन करते हुए कहा है कि गांधी जयंती पर सरकार नई अधिसूचना लाएगी और शराबबंदी जारी रहेगी।

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नीतीश की चेहरा चमकाने की नीति हुई फेलः मांझी

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के नेता जीतन राम मांझी ने शराबबंदी संबंधी अधिसूचना रद होने का दोष सरकार पर मढ़ते हुए कहा है कि जानबूझकर एेसा कानून लाया गया जो कानून के सामने ठहर नहीं सका। नीतीश सरकार ने जानबूझकर शराबबंदी एेसे लागू की कि वह कानून की कसौटी पर टिक ही नहीं सके। आरोप लगाया कि नीतीश ने चेहरा चमकाने के लिए शराबबंदी का सहारा लिया। उनकी हकीकत सामने आ गई है।

बिना जनसमर्थन वाले फैसलों का यही होता है हश्रः रघुवर दास

झारखंड के मुख्यमंत्री और भाजपा के वरीय नेता रघुबर दास ने कहा कि हाईकोर्ट ने बिहार सरकार के तानाशाही भरे फैसले पर रोक लगाकर सही किया है। इस फैसले से साबित हो गया है कि बिना जनमत और जनसमर्थन वाले फैसलों का यही हश्र होता है। अमेरिका के दौरे पर गए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने न्यूयॉर्क से अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि शराबबंदी रद होना नीतीश कुमार के लिए भारी झटका है।

हम शराबबंदी के पक्ष में मगर अंधे कानून के खिलाफः सुमो

फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया में पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि भाजपा शराबबंदी के पक्ष में है। हमने खुद संकल्प लिया था। चाहते हैं कि बिहार में शराबबंदी लागू रहे। उनका विरोध इसे लागू करने के तरीके और बेसिर-पैर वाले कड़े कानून से है। सजा के प्रावधानों में कानून की भावना का ख्याल नहीं किया गया था।

खुल गई नीतीश के ढोंग की पोलः विनोद नारायण झा

भाजपा प्रवक्ता विनोद नारायण झा ने कहा कि हाईकोर्ट के फैसले से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ढोंग की पोल खुल गई है। साथ ही सरकार का अंतर्विरोध भी उजागर हो गया है। जानबूझकर और खुद को ऱाष्ट्रीय छवि वाला नेता साबित करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी को हथियार बनाया था। देश में घूमघूम कर शराबबंदी के बहाने अपना चेहरा चमकाने की फिराक में थे। कोर्ट ने आइना दिखा दिया है।

कोर्ट के फैसले के बावजूद जनता दिखाएगी अपनी ताकतः श्रवण कुमार

मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि हाईकोर्ट ने भले अधिसूचना रद कर दी है लेकिन यहां की जनता ने शराब को हाथ न लगाने का जो संकल्प लिया है वह सरकार के लिए बड़ी बात है। बिहार सरकार नई उत्पाद नीति लागू करेगी। गांधी जयंती पर बिहार में शराबबंदी के संदर्भ में नई अधिसूचना लागू की जाएगी। इसमें कोर्ट के आदेश के परिप्रेक्ष्य में कड़े प्रावधान होंगे।


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