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प्रतिबंधित दवा के साथ तस्कर गिरफ्तार, नेपाल और भूटान में हैं काफी डिमांड

भारत में प्रतिबंधित सीरप की बोतलों की नेपाल और भूटान में काफी डिमांड है। ऐसे में इसकी तस्‍करी भी काफी बढ़ गई है।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Thu, 18 May 2017 08:32 PM (IST)Updated: Thu, 18 May 2017 10:42 PM (IST)
प्रतिबंधित दवा के साथ तस्कर गिरफ्तार, नेपाल और भूटान में हैं काफी डिमांड
प्रतिबंधित दवा के साथ तस्कर गिरफ्तार, नेपाल और भूटान में हैं काफी डिमांड

पटना [जेएनएन]। भारत में निर्मित ड्रग्स युक्त प्रतिबंधित सीरप की बोतलें नेपाल और भूटान में बेची जा रही हैं। वहां नशे के लिए इन सीरप की बोतलों की काफी डिमांड है। ऐसी एक खेप लेकर वाराणसी से अररिया जा रहे युवक को औषधि विभाग की टीम ने गुरुवार को जक्कनपुर थाने की मदद से गिरफ्तार कर लिया। 

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आरोपित की पहचान अररिया जिले के काली बाजार वार्ड नंबर 13 निवासी मो. असलम के रूप में हुई है। उसके पास से तीन प्रतिबंधित सीरप (इसकफ, परवो कॉफ और डायल्स डीसी) की 717 बोतलें बरामद हुईं।

सीनियर ड्रग इंस्पेक्टर डॉ. सचिदानंद ने बताया कि इन सारी दवाइयों में ड्रग्स मिले होते हैं। इसे डॉक्टर की इजाजत के बगैर नहीं दिया जा सकता हैै। इस मामले में असलम समेत छह लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। 

एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बाद युवा नशे के लिए इस तरह के सीरप पी रहे थे। राजधानी पटना में इसकी बिक्री कहां-कहां हो रही है, इसका पता लगाया जा रहा है। बड़ी बात है कि एक माह में असलम तीसरी बार खेप ला रहा था। 

करबिगहिया के पास हुई गिरफ्तारी

औषधि विभाग को गुप्त सूचना मिली कि असलम बैग में प्रतिबंधित सीरप लेकर ट्रेन से वाराणसी से आ रहा है। इन दवाइयों को बस से अररिया लेकर जाने वाला है। इसकी जानकारी विभाग ने पुलिस कप्तान को दी, जिसके बाद टीम गठित कर करबिगहिया ऑटो स्टैंड के पास से उसे दबोच लिया गया। बताया जाता है कि खेप में से कुछ सीरप की बोतलें पटना में भी स्टॉक कर रखी जानी वाली थीं।

रोहित फार्मा ने दी थी सीरप

पूछताछ में असलम ने बताया कि उसने ये सीरप वाराणसी के सप्तसागर मार्केट स्थित रोहित फार्मा से खरीदी थी। इन सीरप की बोतलों को वह अररिया जीरो माइल स्थित राकेश की शाही ड्रग्स एजेंसी में बेचता था। टीम ने दोनों दुकानदारों से बात की तो मालूम हुआ कि असलम उनके जरिए कारोबार करता था।

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असलम एक बोतल 60 रुपये में खरीदता था और दस रुपये बढ़ाकर राकेश को बेचता था। वहीं इन नशीली सीरप की एक बोतल 90 से 100 रुपये कीमत पर नेपाल और भूटान में बेची जाती थीं। इस पूरे खेल में छह लोग शामिल हैं, जो सीरप को बॉर्डर पार कराने का काम भी करते हैं।  

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