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BSSC घोटाला में SIT को मिले सुराग, पूछातछ के बाद हिरासत में लिए गए सचिव

बीएसएससी की रविवार को हुई परीक्षा के पेपर लीक की जांच कर रही एसआइटी को घोटाले के सुराग मिले हैं। इस सिलसिले में उसने आयोग के सचिव को पूछताछ के बाद हिरासत में ले लिया है।

By Amit AlokEdited By: Published: Tue, 07 Feb 2017 07:45 PM (IST)Updated: Tue, 07 Feb 2017 10:46 PM (IST)
BSSC घोटाला में SIT को मिले सुराग, पूछातछ के बाद हिरासत में लिए गए सचिव
BSSC घोटाला में SIT को मिले सुराग, पूछातछ के बाद हिरासत में लिए गए सचिव

पटना [जेएनएन]। बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआइटी) को घोटाले के सबूत मिले हैं। इस सिलसिले में एसअसइटी ने आयोग के सचिव परमेश्वर राम से पूछताछ की है। पूछताछ के बाद सचिव को एसअाइटी ने हिरासत में ले लिया। आयोग की परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों की जानकारी सचिव सहित केवल तीन लोगों को ही रहती है।

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एसआइटी ने मंगलवार को नवादा के वारिसलीगंज में भी जांच की। वहां रविवार को पेपर लीक के सिलसिले में एक हॉस्टल से पुलिस ने 28 लोगों को गिरफ्तार किया था।

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सोशल मीडिया पर लीक हो गया था पेपर

विदित हो कि बीते रविवार को बीएसएससी की इंटरस्तरीय परीक्षा के द्वितीय चरण का पेपर लीक हो गया था। सोशल मीडिया पर वायरल प्रश्न पत्रों में से एक परीक्षा के पेपर से मैच कर गया था। इसके बावजूद आयोग ने लीकेज मानने से इंकार कर दिया था।

परीक्षार्थियों का फूटा गुस्सा

इसके बाद सोमवार को परीक्षार्थियों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने आयोग पर प्रदर्शन के दौरान सचिव को जमकर पीट दिया। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर मामले की पुलिस जांच आरंभ हो गई।

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मुख्यमंत्री के आदेश से जांच आरंभ

मुख्यमंत्री द्वारा जांच का आदेश दिए जाने के बाद एसआइटी ने पड़ताल शुरू कर दी है। इसकी आंच आयोग व उसके सचिव तक पहुंचती दिख रही है। हालांकि, इस बाबत वे अपना पक्ष रखने के लिए उपलब्ध नहीं हो सके।

तीन साल की मेहनत पर फिरा पानी

बीएसएससी सूबे की सबसे बड़ी नियोक्ता एजेंसी है, लेकिन शायद ही कोई परीक्षा हो जिसकी पारदर्शिता को लेकर यह कठघरे में खड़ी नहीं की हुई हो। ताजा मामला इंटर-स्तरीय परीक्षा का है। इसके लिए 2014 में आवेदन-पत्र आमंत्रित किए गए थे। 13.5 हजार रिक्तियों के विरुद्ध 18 लाख से अधिक आवेदन मिले। आवेदकों की इस भारी-भरकम तादाद के मद्देनजर चार चरणों में प्रारंभिक परीक्षा का निर्णय हुआ।

इसकी प्रारंभिक परीक्षा के पेपर लीक होने की बात सामने आई थी, लेकिन तब आयोग ने इससे इंकार कर दिया था। इसके बाद रविवार को मुख्य परीक्षा के पहले देर रात में फिर पेपर लीक हो गया।150 प्रश्नों के एक सेट के 140 उत्तर अभ्यर्थियों को वाट्सएप पर मुहैया हो गए थे।


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