BSSC paper leak: आयोग के अध्यक्ष सुधीर कुमार गिरफ्तार
बीएसएससी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक कांड में फरार चल रहे बीएसएससी के चेयरमैन को एसआइटी ने शुक्रवार को हजारीबाग से गिरफ्तार कर लिया है।
पटना [जेएनएन]। बीएसएससी पेपरलीक कांड में एसआइटी को बड़ी कामयाबी मिली है। एसआइटी ने बीएसएससी के चेयरमैन सुधीर कुमार को आज सुबह झारखंड के हजारीबाग से गिरफ्तार किया है। पेपर लीक कांड के बाद वो फरार चल रहे थे। गिरफ्तारी के बाद एसआइटी उन्हें लेकर पटना आ गई।
एसआइटी ने इससे पहले गुजरात के अहमदाबाद से प्रिंटिंग प्रेस के मालिक को हिरासत में लेकर पटना आई थी। उससे भी पूछताछ चल रही है। एसआइटी ने सुधीर कुमार के साथ ही उनके चार रिश्तेदारों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की।
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पेपर लीक कांड में बीएसएससी अध्यक्ष आइएएस अधिकार सुधीर कुमार को हजारीबाग से एसआइटी ने गिरफ्तार किया। सुधीर कुमार के साथ उनके भाई ,भाई की पत्नी, बहू और भांजे को भी गिरफ़्तार किया गया। उनके भांजा और बहू भी इस बार की परीक्षा में शामिल हुए थे।
उनके भाई का नाम अवधेश कुमार है। अवधेश पटना वीमेन्स कॉलेज में प्रोफेसर है। सभी से पूछताछ की जा रही हैं। इस मामले में 1987 बैच के आइएएस अधिकारी सुधीर कुमार से दो बार पूछताछ हो चुकी है। पुलिस के मुताबिक सुधीर कुमार की भूमिका शुरू से ही संदिग्ध है।
सुधीर कुमार की पत्नी ने कहा कि मेरे पति निर्दोष हैं, उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है। वहीं उनके पिता ने भी कहा कि मेरे बेटे की गिरफ्तारी इसलिए कराई गई है क्योंकि इसमें कई नेताओं की गर्दन फंस रही है, इसीलिए मेरे बेटे को फंसाया गया है।
पटना में आइएएस एसोसिएशन की बैठक
सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के बाद पटना में आइएएस लॉबी में हलचल तेज हो गई है। आइएएस एसोसिएशन ने आपात बैठक बुलाई। गिरफ्तारी के बाद आईएएस अधिकारी मुख्यसचिव अंजनी सिंह के आवास पर पहुंचे। एसोसिएशन के सदस्य सीएम नीतीश से भी मुलाकात करेंगे।
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पुलिस मुख्यालय ने सुधीर कुमार की गिरफ्तारी की पुष्टि कर दी है। सूत्रों के अनुसार सुधीर कुमार पेपरलीक मामले में पालिटिकल कनेक्शन का खुलासा कर सकते हैं। उन्होंने पहले कहा था कि नौकरी के लिए उनके पास कई राजनेताओं के फोन आते थे और उनपर दबाव बनाया गया था। सुधीर कुमार के बयान के बाद बड़ा खुलासा होने की बात कही जा रही है।
बीएसएससी पेपर लीक में प्रिंटिंग प्रेस का मालिक गिरफ्तार
बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की इंटरस्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसआइटी ने गुजरात के अहमदाबाद से प्रिंटिंग प्रेस के मालिक विनीत को गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार की रात पुलिस की विशेष टीम सड़क मार्ग से उसे लेकर पटना लौट आई। हालांकि गिरफ्तारी की पुष्टि करने के अलावा एसआइटी के अधिकारी कुछ और कहने को तैयार नहीं हैं।
एसआइटी प्रमुख सह एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि विनीत को पकड़ा गया है। उसे ट्रांजिट रिमांड पर बुधवार देर रात पटना लाया गया। उससे पूछताछ के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
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आयोग ने नहीं दिया साथ
एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक बीएसएससी ने एसआइटी को खास जानकारी नहीं दी। चूंकि आयोग के अध्यक्ष सुधीर कुमार वरिष्ठ आइएएस अधिकारी हैं, इसलिए पुलिस पदाधिकारी उनके खिलाफ नहीं बोल रहे। एसआइटी ने स्वयं प्रिंटिंग प्रेस के पते की जानकारी ली और साक्ष्य जुटाने के बाद वहां धावा बोल दिया।
चार दिन पहले गुजरात गई थी टीम
कोतवाली थानाध्यक्ष राम शंकर कुमार के नेतृत्व में चार दिन पहले पुलिस टीम गुजरात गई थी। मुख्य सरगना से मोबाइल पर हुई बातचीत के आधार पर विनीत को कांड में अभियुक्त बनाया गया और उसकी गिरफ्तारी हुई। अहमदाबाद से गिरफ्तार करने के बाद पटना पुलिस की टीम ने वहां के न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष अभियुक्त को पेश किया और ट्रांजिट रिमांड लेकर रवाना हो गई।
मुख्य सरगना को दबोचने की तैयारी
एसआइटी सूत्रों की मानें तो पेपर लीक कांड का मुख्य सरगना राज्य के लिए एक बड़ा नाम है। उसकी गिरफ्तारी के बाद शहर में विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है। ठोस सबूत के अभाव में एसआइटी के हाथ उसके गिरेबान तक पहुंचने में कांप रहे थे।
अब एसआइटी विनीत के बयान पर मुख्य सरगना को दबोचने की फिराक में है। वह राज्य छोड़कर भाग नहीं सके, इसलिए एसआइटी ने घेराबंदी कर रखी है। मुख्य सरगना नालंदा का निवासी बताया जा रहा है।
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जवाहर और अमिताभ भी एसआइटी के रडार पर
गुरुजी उर्फ जवाहर झा और पाराडाइज कोचिंग संचालक अमिताभ एसआइटी के रडार पर आ चुका है। उनके ठिकानों के बारे में एसआइटी को पता चल चुका है। अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इन दोनों वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए नवादा एसआइटी विभिन्न जिलों और राज्यों की पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर रही है।
इधर, नालंदा के नूरसराय निवासी संजीव उर्फ गुरुजी की गतिविधियों पर भी एसआइटी की पैनी नजर है। रहुई का निजी स्कूल संचालक राजीव रंजन भी निशाने पर है।