परिवर्तन रैली : आज सिर्फ सवाल नहीं, जवाब भी देने हैं मोदी को
अब से कुछ देर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भागलपुर हवाई अड्डा ग्राउंड के रैली मंच की सीढि़यां चढ़ रहे होंगे, जब उनके कुर्ते की जेब में सिर्फ सवालों की पर्ची नहीं होगी।
भागलपुर। अब से कुछ देर बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भागलपुर हवाई अड्डा ग्राउंड के रैली मंच की सीढि़यां चढ़ रहे होंगे, जब उनके कुर्ते की जेब में सिर्फ सवालों की पर्ची नहीं होगी।
उनके दिमाग में वे तमाम सवाल भी गूज रहे होंगे, जिनकी बौछार 48 घंटे पहले पटना के गांधी मैदान में आयोजित महागठबंधन की स्वाभिमान रैली में दिग्गज नेताओं, खासकर सीएम नीतीश कुमार द्वारा उनके ऊपर की गई थी। मोदी को उन सभी सवालों के तार्किक जवाब उसी आक्रामक शैली में देने होंगे।
दरअसल, महागठबंधन रैली की चर्चा ने मोदी की भागलपुर रैली का महत्व बढ़ा दिया है। एक दिन के अन्तराल पर हुईं इन रैलियों का प्रभाव बिहार विधानसभा चुनाव के अधिसूचना-बाद चुनाव अभियान की पृष्ठभूमि तैयार करेगा।
रैली में शामिल होकर आज शाम वापस लौट रहे लोगों तथा अन्य बिहारवासियों के जेहन में सिर्फ दो बातें होंगी। 1-मोदी की रैली में स्वाभिमान रैली के मुकाबले जुटी भीड़। 2-मोदी ने सीएम नीतीश कुमार के हमले का जवाब किस तरह दिया।
मोदी जब नीतीश के सवालों के जवाब दे रहे होंगे, तब जंगलराज का मुद्दा उनकी सूची में सर्वोपरि होगा, जिसे विधानसभा चुनाव अभियान में एनडीए और भाजपा का ब्रहमास्त्र माना जा रहा है। स्वाभिमान रैली में सीएम नीतीश ने जिस तरह जंगलराज के मुद्दे पर लालू यादव का बचाव किया, उससे भाजपा को और अधिक हमलावर होने का मौका मिला है।
स्वाभिमान रैली के मंच पर लालू यादव के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मौजूदगी भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। मोदी आज इस मुद्दे पर सीधे नीतीश कुमार और सोनिया गांधी को घेरने का प्रयास कर सकते हैं। इसके अलावा भाजपा शासित राज्यों में कानून व्यवस्था एवं अपराध की स्थिति, विशेष पैकेज का सच, विशेष राज्य का दर्जा और डीएनएन विवाद पर भी मोदी के जवाब अपेक्षित हैं।