विधायक अनंत सिंह ने जदयू से दिया इस्तीफा, पार्टी ने किया मंजूर
मोकामा के विधायक अनंत कुमार सिंह ने जदयू की प्राथमिक सदस्यता से मंगलवार की देर रात इस्तीफा दे दिया था, प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
पटना। जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने मोकामा के विधायक अनंत सिंह का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विधायक अनंत सिंह ने अपनी मर्जी से जदयू से नाता तोड़ने का फैसला किया इसलिए हमने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
मोकामा के विधायक अनंत कुमार सिंह ने जदयू की प्राथमिक सदस्यता से मंगलवार की देर रात इस्तीफा दे दिया था और उनके इस्तीफे की खबर की पुष्टि उनके परिवार के लोगों ने की थी।उसके बाद अनंत सिंह ने जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह को त्यागपत्र भेजा था।
हालांकि जदयू के प्रदेश अध्यक्ष को लिखे इस्तीफे में उन्होंने किसी कारण का जिक्र नहीं किया है। साथ ही अनंत सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष से अपने इस्तीफे को तत्काल स्वीकृत करने का आग्रह भी किया था।
बताया जा रहा है कि अपने खिलाफ हत्या और अपहरण के पुराने केस खुलने से अनंत सिंह काफी परेशान हैं ।
इसी परेशानी के कारण अनंत सिंह ने कल रात जदयू से नाता तोड़ने के साथ ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था।
विदित हो कि बीते दिनों बाढ़ के चर्चित पुटुश अपहरण-सह-हत्याकांड के बाद अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया था। फिलहाल वे पटना के बेउर जेल में बंद हैं। उनपर कई आपराधिक मामलों की सुनवाई चल रही है। उनके खिलाफ कई अन्य मामलों की फाइलें भी खोल दी गई हैं, जिनमें वे जमानत पर हैं।
जदयू अध्यक्ष को लिखे पत्र में अनंत सिंह ने कहा है कि मैंने पार्टी के लिए सबकुछ किया, लेकिन मेरे साथ बुरा सलूक किया गया । उन्होंने पार्टी पर अारोप लगाया कि मुझे साजिश के तहत फंसाया गया है।राजनीतिक कारणों से राज्य सरकार दूसरों के दबाव में आ गई है।
उन्होंने कहा कि खुद लालू प्रसाद ने दो दिनों पहले स्वाभिमान रैली में कहा था कि यादव का बेटा पुटूश को नाखून नोंचकर मार दिया, और जब नीतीश ने उसको जेल भेजा, तो नीतीश को छाती तोड़ देने की धमकी दी गई।उसी रैली में नीतीश कुमार ने भी कहा कि भाजपा कार्यालय में बैठकर मेरी छाती तोड़ने की धमकी देने वाले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना प्रिय मित्र कहा।