फिर विवादों में आया बिहार बोर्ड, मैट्रिक परीक्षा परिणाम की सामने आयी गड़बड़ी
बिहार बोर्ड का विवादों से पीछा नहीं छूट रहा है। मैट्रिक परीक्षा में सावधानी के बावजूद एक नया विवाद सामने आ गया है। छात्र ने जवाब 70 अंकों का दिया था, मिल गए 80 नंबर।
पूर्वी चंपारण [जेएनएन]। तमाम कोशिशों के बावजूद बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का विवादों से पीछा नहीं छूट रहा है। इस बार सख्ती के बावजूद मैट्रिक परीक्षा में चूक का एक मामला सामने आया है। यह तुरकौलिया प्रखंड मुख्यालय स्थित राजाराम उच्च विद्यालय के एक छात्र से जुड़ा है। प्रखंड के गोविंदपुर निवासी बद्री चौधरी का पुत्र अजय कुमार हैरान है कि उसे विज्ञान में उन प्रश्नों के बदले भी नंबर मिले, जिसे उसने बनाया ही नहीं।
अजय के मुताबिक, विज्ञान के कुल 80 अंकों (थ्योरी) के प्रश्नपत्र में 70 नंबर के सवालों का जवाब दिया। परिणाम निकला तो थ्योरी के कुल 80 अंकों में 80 अंक मिल गए। इसकी प्रायोगिक परीक्षा में कुल 20 में 20 अंक मिले। उसे ठीक से याद नहीं कि वह किन प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया था। सिर्फ याद है कि थ्योरी में 70 अंक के प्रश्नों का जवाब दिया था। विज्ञान का पेपर ठीक नहीं गया था।
संस्कृत और गणित में बेहतर अंकों की थी उम्मीद
अजय ने बताया कि सबसे ज्यादा बेहतर तरीके से गणित और संस्कृत के प्रश्नों को हल किया। संस्कृत के कुल 100 में 95 अंक के प्रश्नों को सॉल्व किया। गणित में भी 100 में 95 अंक के प्रश्न बनाए। विश्वास था कि दोनों विषयों में बेहतर अंक मिलेंगे। लेकिन, गणित में 64 और संस्कृत में मात्र 48 नंबर मिले।
विज्ञान में उम्मीद से ज्यादा अंक
अजय को विज्ञान में सौ अंक मिलने पर हैरानी हुई। फिजिक्स के न्यूमेरिकल, केमेस्ट्री और बायोलॉजी के प्रश्न भी ठीक तरीके से नहीं हल कर पाया था। लेकिन, आश्चर्यजनक परिणाम मिला। प्रायोगिक परीक्षा में मिले अंक ठीक हैं।
मुझे इस विषय में अभी कोई जानकारी नहीं है। जानकारी के बाद आवश्यक कार्रवाई विभागीय अधिकारियों के निर्देश के आलोक में करेंगे।
अरुण कुमार, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, तुरकौलिया (पू. चंपारण)