सियासत की संक्रांति : भोज पर जुटे दिग्गज, लालू ने कहा - नीतीश करेंगे 20 साल राज
बिहार के विकास और महागठबंधन की दोस्ती में 'रफ्तार' के लिए आज पटना में मकर संक्रांति के अवसर पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया गया। सबसे खास भोज 10 सर्कुलर रोड और न्यू पटना क्लब में आयोजित हुए। वहां आम लोगों के साथ कई राजनीतिक दिग्गजों का भी जमावड़ा हुआ।
पटना। मकर संक्रांति के अवसर पर दही-चूड़ा भोज के भोज के बहाने बिहार के सियासी दिग्गज जुटे। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने अपने 10 सर्कुलर रोड आवास पर तो जदयू के प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ट नारायण सिंह ने न्यू पटना क्लब में भोज आयोजित किए। वहां आम लोगों के साथ कई राजनीति के महारथी भी जुटे।
उधर, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान व राधामोहन सिंह ने 14 जनवरी को ही दिल्ली में मकर संक्रांति के अवसर पर दही-चूड़े का भोज का आयोजन किया। खास बात यह कि इस बार दोनों नेताओं के भोज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल नहीं हुए। विदित हो कि मोदी गत वर्ष पासवान के भोज में शामिल हुए थे।
लालू ने माथे पर टीका लगा नीतीश का किया स्वागत
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के आवास 10 सर्कुलर रोड के बाहर सुबह से ही लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। खास लोगों के साथ आम लोगों के लिए भी लालू का द्वार खुला रहा। वहां उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ लालू प्रसाद व राबड़ी देवी भी मेहमानों के स्वागत में मुस्तैद रहे। लालू अपने घर मे अपने हाथों से दही-चूड़ा परोसते दिखे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू के भोज से पहले लालू के घर पहुंचे तो लालू ने दही का तिलक लगाकर उनका स्वागत किया। लालू ने कहा कि बीजेपी नीतीश कुमार के खिलाफ जितनी साजिशें करेगी, उससे बीजेपी को ही नुकसान होगा। उन्होंने बाद में जदयू के भोज में यह भी घोषणा की कि नीतीश के नेतृत्व में सरकार 20 साल चलेगी।
विदित हो कि विधानसभा चुनाव से पहले भी एक होटल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान लालू प्रसाद ने नीताश कुमार को तिलक लगाकर भविष्यवाणी की थी कि नीतीश ही मुख्यमंत्री बनेंगे। लालू के घर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव भी मौजूद थे। लालू ने सबको अपने हाथों से चूड़ा-दही परोसकर खिलाया।जदयू के भोज में बीजेपी पर हमला
मुख्यमंत्री नीतीश पहले लालू यादव के घर दही-चूड़ा भोज में पहुंचे। वे वहां से सीधे जदयू के भोज में पहुंचे। लालू प्रसाद भी जदयू के भोज में पहुंचे। लालू ने यहां बशिष्ट नारायण सिंह को अपने हाथों से तिलकुट खिलाया। जेडीयू के दही-चूड़ा भोज में अशोक चौधरी, अवधेश सिंह जैसे कई कांग्रेसी नेता भी मौजूद थे।
लालू ने इस मौके पर एक बार फिर बीजेपी पर हमला बोला। लालू ने कहा कि 'बीजेपी खटमल की तरह है, जिसे अब बाहर निकालकर फेंका जाएगा और नीतीश कुमार महागठबंधन के मुख्यमंत्री हैं।'
परवान पर सियासत
आज दिन भर चलने वाले चूड़ा- दही भोज में सियासत का पारा परवान पर रहा। सत्ता में आने के बाद आज पहला मौका है जब तीनों दलों (राजद, जदयू, कांग्रेस) के नेताओं का लालू प्रसाद के आवास और न्यू पटना क्लब में अलग-अलग सामूहिक जुटान हुआ। कहा जा रहा है कि इस जुटान में राजनीति पर भी चर्चा हुई।'ग्रह-नक्षत्रों' को भी सेट करने की कोशिश
कयास लगाए जा रहे हैं कि इस दौरान खान-पान के साथ ही 'ग्रह-नक्षत्रों' को भी सेट करने की कोशिश की गई। साथ ही कुछ 'महत्वपूर्ण' कार्यों के लिए मुहूर्त भी निकाले गए।
राजद और जदयू दोनों ने एक-दूसरे के नेताओं को बुलाया। लालू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी समेत महागठबंधन के सभी प्रमुख नेताओं एवं मंत्रियों को आमंत्रित किया। सामाजिक समीकरण का ध्यान रखते हुए अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं को विशेष तौर पर बुलाया गया।
लालू ने की पूरी तैयारी
- दिग्गजों की खातिरदारी के लिए लालू ने पूरी तैयारी कर रखी थी।
- आवास परिसर में टेंट लगाकर भंडार बनाया गया।
- मिट्टी के मटके में दही परोसा गया।
- विधायक भोला यादव ने बताया कि 30 क्विंटल चूड़ा मंगाया गया।
जदयू भी पीछे नहीं
- जदयू का भोज सुबह 10 बजे से तय था।
- प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने किया 10 हजार लोगों के लिए इंतजाम।
- सबके लिए दही-चूड़ा, भूरा, चीनी, तिलकुट की व्यवस्था थी।
- साथ में आलू-गोभी-मटर की सब्जी भी थी।
दोनों तरफ मुहूर्त का इंतजार
मान्यता है कि मकर संक्रांति के बाद ग्रहों की चाल सीधी हो जाती है। जाहिर है, दोनों बड़े दलों ने शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए इसे ही बेहतर माना है।
जदयू के शुभ कार्य...
- एक-दो दिनों में जदयू तय कर सकता है अपना नया चुनाव चिह्न
- जदयू की नजर हल जोतता हुआ किसान पर
- एक-दो और चिह्नों पर भी हो सकती है बात
- मुख्यमंत्री की पटेल नवनिर्माण सेना के प्रतिनिधि से होगी मुलाकात
- नीतीश के यूपी कूच की तारीख होगी तय
- यूपी चुनाव में नीतीश की सरपरस्ती में अलग मोर्चा बनाने की कवायद
राजद की कार्ययोजना...
- 17 जनवरी को लालू प्रसाद की नौवीं बार राजद अध्यक्ष के रूप में ताजपोशी
- लागू किया जाएगा राजद का नया संविधान
- नीतीश कुमार की तरह लालू का भी बनारस जाने का कार्यक्रम
- देश भर में भाजपा के खिलाफ लालटेन लेकर अलख जगाएंगे लालू