बड़कागांव फायरिंग पर लालू का ट्वीट, कहा- कुछ तो बोलिए PM मोदी जी
बड़कागांव पुलिस फायरिंग में चार किसानों की मौत की घटना को लेकर राजद सु्प्रीमो लालू प्रसाद ने पीएम मोदी को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा है कि मोदी को इसपर पतिक्रिया देनी चाहिए।
पटना [वेब डेस्क]। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने हजारीबाग के बड़कागांव की घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया है। उन्होंने ट्वीट कर पूछा है कि इसे लेकर वे चुप क्यों हैं।
अपने ट्वीट में लालू ने लिखा है कि प्रधानमंत्री दूसरे देश में छोटी घटना होने पर भी चीखने लगते हैं, लेकिन बड़कागांव में गरीब किसानों के जमीन पर कब्जा तथा झारखंड सरकार द्वारा निर्मम हत्याओं पर चुप्पी साधे हुए हैं।
PM who cries at drop of a hat in other country,won't utter a single word against Land grabbing& Brutal killing of farmers by Jharkhnd govt
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) October 5, 2016
इसके पहले लालू ने एक और ट्वीट में पुलिस फायरिंग में चार ग्रामीणों की मौत की घटना को पश्चिम बंगाल के सिंगूर की तरह दमनकारी बताया है। एक और ट्वीट में उन्होंने कहा है कि झारखंड की पूंजीपति भाजपाई सरकार किसानों की जमीन के साथ जान भी ले रही है। इसके पहले लालू घटना की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराने की मांग कर चुके हैं।
झारखंड सरकार को निर्दोष ग्रामीणों की हत्या का दोषी बताते हुए लालू ने कहा कि गांधी जयंती से एक दिन पहले शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे किसानों पर गोलियां चलवाने वाली राज्य सरकार के दिन अब पूरे हो गए हैं।
घटनाक्रम, एक नजर...
- झारखंड के बड़कागांव में 15 सितंबर की रात दो बजे से विधायक निर्मला देवी के नेतृत्व में बुद्धिजीवी मंच के बैनर तले कफन सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया गया।
- 30 सितंबर को एनटीपीसी ने बड़कागांव थाना में आंदोलनकारियों के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज करायी। रात करीब दो बजे सीओ शैलेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल चीरूडीह स्थित कफन सत्याग्रह स्थल पहुंची तथा विधायक निर्मला देवी को आंदोलन स्थल से उठ कर पुलिस गाड़ी में बैठने को कहा।
- विधायक ने गाड़ी में बैठने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने विधायक को जबरन गाड़ी में बिठाया। वहां मौजूद महिलाओं ने इसका विरोध किया।
- विधायक को गाड़ी से बड़कागांव थाना की ओर लाया जा रहा था कि सुबह में डाडीकला गांव के पास विस्थापित बीच सड़क पर बैठ गये और पुलिस के वाहन को रोक दिया। उन्होंने विधायक को छोड़ने को कहा।
- पुलिस ने जब विधायक को नहीं छोड़ा तो ग्रामीण उत्तेजित होकर पथराव करने लगे। सीओ ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़ने व लाठीचार्ज के आदेश दिए।
- पुलिस के अनुसार इसके बाद विस्थापितों को अनियंत्रित होते देख पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गयी और दर्जनों लोग घायल हो गये।
- एएसपी कुलदीप कुमार व सीओ शैलेश कुमार सिंह समेत कई पुलिसकर्मी भी पथराव में घायल हो गए।