ताक पर कानून : किशोर को बीच सड़क पर बेरहमी से पीटा, कराई उठक-बैठक
बिहार के आरा में पॉकेटमारी के आरोप में पकड़े गए एक किशोर को पुलिसवालों ने सड़क पर जमकर पीटा, फिर उससे उठक-बैठक कराई। बाद में उसे छोड़ दिया गया।
पटना [वेब डेस्क]। पुलिस ने किशोर को चोरी के आरोप में पकड़ा और खुद ही न्यायाधीश बन बैठी। वर्दी की हनक ऐसी कि कानून भी भूल गई। पुलिसकर्मियों ने किशोर को पहले तो जमकर पीटा, फिर करीब ऐ घंटे तक नॉन-स्टॉप उठक-बैठक कराया। इसके बाद उसे भगा दिया। बेचारा किशोर जान बचाकर भागा, लेकिन टॉर्चर के कारण उससे भागा भी नहीं जा रहा था।
घटना आरा के मठिया मोड़ के पास शनिवार को हुई। दो हजार रुपए चोरी के आरोप में पकड़े गए एक किशोर को पुलिसवालों ने थाने नहीं ले जाकर खुद बीच सड़क पर सरेआम लाठी-डंडे से पीटा और काफी देर तक उठक-बैठक कराया। इस दौरान वहां भीड़ लग गई।
यह है मामला
आरा के महुली गांव निवासी रामकुमार पाठक शनिवार को सेंट्रल बैंक की शाखा से 2000 रुपए निकालकर मठिया मोड़ होकर जा रहे थे। आरोप है कि किशोर ने उनकी जेब से 2000 रुपए निकाल लिए। रामकुमार पाठक ने जब शोर मचाया तो ट्रैफिक ड्यूटी में तैनात होमगार्ड के तीन-चार जवान वहां पहुंचे। उन्होंने आरोपी किशोर को कब्जे में लेकर पिटाई शुरू कर दी।
इस दौरान किशोर अपना नाम बता रहा था। वह बार-बार माफी मांग रहा था। लेकिन, पुलिसवालों ने एक नहीं सुनी।
किशोरों के लिए ये हैं कानून
- किसी भी जुर्म में पकड़े गए किशोरों को हथकड़ी नहीं लगानी है। हाजत में बंद नहीं करना है। एनके साथ मारपीट भी अवैध है।
- किशोर के पकड़े जाने पर बाल पर्यवेक्षण गृह (बाल सुधार गृह) में रखा जाना है।
- किशोर अपराध के मामलों के निष्पादन के लिए किशोर न्याय परिषद का गठन किया गया है।
कराई जाएगी जांच
भोजपुर एसपी क्षत्रनील सिंह ने बताया कि चोरी के आरोप में पकड़े गए किशोर की पुलिस पिटाई के मामले की जांच करा दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।