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जदयू-भाजपा में राजनीतिक संबंध की अब कोई गुंजाइश नहीं: रविशंकर

केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जदयू और भाजपा के बीच राजनीतिक संबंध की अब कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी लोग राजद पर दबाव के लिए इस तरह की अफवाह उड़ा रहे हैं।

By pradeep Kumar TiwariEdited By: Published: Sun, 29 Mar 2015 11:02 AM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2015 11:04 AM (IST)
जदयू-भाजपा में राजनीतिक संबंध की अब कोई गुंजाइश नहीं: रविशंकर

पटना। केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जदयू और भाजपा के बीच राजनीतिक संबंध की अब कोई गुंजाइश नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी लोग राजद पर दबाव के लिए इस तरह की अफवाह उड़ा रहे हैं।

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पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के संसदीय जीवन के 25 साल पूरे होने पर आयोजित सम्मान समारोह में भाग लेने बिहार के दो दिवसीय दौरे पर आए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मुझे जानकर हैरानी हो रही है कि जदयू के वरिष्ठ स्रोतोंं से इस तरह की अफवाह फैलाई जा रही है।

प्रसाद ने कहा कि भाजपा मुक्त भारत की वकालत करने वाले और उनके सहयोगी अपनी बार-बार की हार से हताश हो चुके हैं। इसी हताशा में वे येनकेन-प्रकारेण राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से विधानसभा चुनाव से पहले तालमेल बनाने की कोशिश में लगे हैं। इसीलिए सोची समझी रणनीति के तहत लालू प्रसाद पर दबाव बनाने के लिए ऐसी अफवाहें उड़ा रहे हैं।

केंद्रीय संचार मंत्री ने कहा कि जदयू के लोगों द्वारा दुष्प्रचार किया जा रहा है कि चौदहवें वित्त आयोग की अनुशंसा के चलते बिहार को केंद्रीय सहायता में कटौती कर दी गई है। जबकि हकीकत है कि वर्ष 2014-15 में बिहार को केंद्रीय करों में 36965 करोड़ की हिस्सेदारी मिली जो चौदहवें वित्त आयोग की अनुशंसा लागू होने पर इस साल 50748 करोड़ हो जाएगी। यह 13785 करोड़ वृद्धि नहीं तो और क्या है?

उन्होंने कहा कि भाजपा बिहार में सुशासन, विकास और स्थायित्व की संबल थी। जबसे वह जदयू सरकार से अलग हुई सुशासन की धार कमजोर पड़ गई है और बिहार उसी पुराने जंगलराज के दिनों की ओर बढ़ चला है। विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा ही अब बिहार को दुबारा सुशासन की पटरी पर लौटाने का काम करेगी।


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