सदन में गूंजा एबीवीपी पर लाठीचार्ज का मामला, शिक्षा-व्यवस्था में अराजकता का आरोप
विधानमंडल के दोनों सदनों में गुरुवार को विपक्षी दल भाजपा के सदस्यों ने शिक्षा-व्यवस्था में अराजकता व्याप्त रहने का आरोप लगाते हुए जोरदार हंगामा किया। विधान परिषद में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर हुई लाठीचार्ज का मामला उठा।
पटना। विधानमंडल के दोनों सदनों में गुरुवार को विपक्षी दल भाजपा के सदस्यों ने शिक्षा-व्यवस्था में अराजकता व्याप्त रहने का आरोप लगाते हुए जोरदार हंगामा किया। विधान परिषद में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर हुई लाठीचार्ज का मामला उठा। हंगामे के कारण सभापति ने विधान परिषद की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी। विधानसभा में भाजपा के सदस्य शिक्षा के अलावा भूतपूर्व सैनिकों को आवास एवं जमीन आवंटित नहीं होने के मामले को लेकर दो बार वेल में आए। शोर-शराबा किया और सरकार के विरोध में नारे लगाए।
विधानसभा में शून्यकाल शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव ने शिक्षा की स्थिति पर सरकार का ध्यान आकृष्ट करने का प्रयास किया। नियम के अनुकूल नहीं होने के कारण जब सदन ने उनकी सूचना ग्रहण नहीं की, तब भाजपा सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए। छात्र संघ चुनाव कराने की भी मांग की। जोरदार हंगामे के बीच ही शून्यकाल की कार्यवाही पूरी की गई।
नंदकिशोर यादव ने तत्पश्चात अपने कक्ष में संवाददाता सम्मेलन कर शिक्षा की स्थिति पर 'नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ एजुकेशनल प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशनÓ (एनयूईपीए) की रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि ये आंकड़े चिंताजनक हैं। जब मैं यह मामला सदन में उठा रहा था तब शिक्षा मंत्री पीके शाही भी वहां मौजूद थे, लेकिन उन्होंने कोई चिंता नहीं दिखाई। पूरे विश्व को ज्ञान देने वाले बिहार की स्थिति आज यह है कि यहां की डिग्री की मान्यता पर भी प्रश्न खड़ा किया जाता है। उन्होंने कहा कि छात्रों ने शिक्षा की अराजक स्थिति के खिलाफ आंदोलन शुरू किया है। भाजपा उनके आंदोलन का समर्थन करती है।
वहीं, विधान परिषद में भाजपा सदस्यों ने शिक्षा की स्थिति पर हंगामा किया। भाजपा ने इस मुद्दे पर कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया था, जिसको सभापति अवधेश नारायण सिंह ने अस्वीकृत कर दिया। इसे लेकर भाजपा सदस्य वेल आकर हंगामा करने लगे। भाजपा के हरेंद्र प्रताप पांडेय, मंगल पांडेय, नवल किशोर यादव, संजय मयूख सहित अन्य सदस्यों ने कहा कि शिक्षा-व्यवस्था चौपट है। सदस्यों ने कार्यस्थगन प्रस्ताव स्वीकृत कर बहस कराने का अनुरोध किया। सभापति के आग्रह पर सदस्य शांत हो गए, किंतु शून्यकाल शुरू होते ही पुन: मामले को उठाया। सभापति ने जब कार्यस्थगन अस्वीकृत किया तो वेल में आकर हंगामा करने लगे। सभापति ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी। भोजनावकाश के बाद विधान परिषद की कार्यवाही जैसे ही आंरभ हुई, भाजपा सदस्यों ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज का मामला उठाया और जोरदार हंगामा किया। सभापति ने सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी।
दो बार वेल में आए भाजपा सदस्य, शिक्षा-व्यवस्था में अराजकता का लगाया आरोप
एनयूईपीए की रिपोर्ट पर एक नजर
प्राथमिक शिक्षा
1. एक कक्ष वाले विद्यालय : 11.5 प्रतिशत
2. एक शिक्षक वाले विद्यालय : 6.79 प्रतिशत
3. छात्र-छात्रा सम्मलित शौचालय : 38.88 प्रतिशत
4. छात्राओं के अलग शौचालय : 10.38 प्रतिशत
5. खेलू-कूद के मैदान : 28.86 प्रतिशत
6. बिजली कनेक्शन नहीं : 91.90 प्रतिशत
7. कम्प्यूटर शिक्षा नहीं : 95.5 प्रतिशत
8. अपना भवन नहीं : 8,000
9. पीने का पानी नहीं : 90 प्रतिशत
10. शिक्षक की कमी : 2 लाख
माध्यमिक शिक्षा
1. पांच से कम शिक्षक : 41 प्रतिशत
2. पुस्तकालय नहीं : 18 प्रतिशत
3. कम्प्यूटर नहीं : 57 प्रतिशत
4. कम्प्यूटर शिक्षक नहीं : 100 प्रतिशत
5. बिजली कनेक्शन नहीं : 38 प्रतिशत
6. प्रयोगशाला नहीं : 53 प्रतिशत
उच्च शिक्षा
1. नामांकन : जनसंख्या का मात्र एक प्रतिशत
2. डिग्री कॉलेज : 373
3. इंजीनियरिंग कॉलेज : 232
4. टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज : 253
5. पॉलीटेक्निक : 163
6. शिक्षक बहाली : 12 साल से नहीं