बिहार में पंचायत चुनाव की बजी डुगडुगी, 10 चरणों में होंगे चुनाव
बिहार में पंचायत चुनाव की डुगडुगी बज गई है। गांव की सरकार चुनने के लिए वोटिंग 10 चरणों में होगी। शांतिपूर्ण, स्वच्छ, भयमुक्त चुनाव कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान 10 चरणों में कराने पर विचार किया है।
पटना। बिहार में पंचायत चुनाव की डुगडुगी बज गई है। गांव की सरकार चुनने के लिए वोटिंग 10 चरणों में होगी। शांतिपूर्ण, स्वच्छ, भयमुक्त चुनाव कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदान 10 चरणों में कराने पर विचार किया है।
राज्य में पंचायत चुनाव की प्रक्रिया मार्च से शुरू होगी। जून के पहले सप्ताह तक चुनाव की सभी प्रक्रिया खत्म हो जाएगी। मुखिया, सरपंच, पंचायत सदस्य, पंच, पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य के कुल 2 लाख 58 हजार 772 पदों के लिए चुनाव होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग दस चरणों में पंचायत चुनाव कराने की तैयारी में है, इसके लिए मतदाता सूची तैयार की जा चुकी है। सभी छह पदों के लिए होने वाले चुनाव को लेकर आरक्षण का रोटेशन का समय 29 जनवरी तक तय कर लिया जाएगा। बूथों का निर्धारण भी किया जा रहा है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त अशोक कुमार चौहान ने सोमवार को पंचायत चुनाव की तैयारी को लेकर सभी जिलों के डीएम व एसपी सहित वरीय अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने बताया कि एक सप्ताह के अंदर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की तिथियों को निर्धारित करते हुए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। राज्य सरकार की स्वीकृति के बाद चुनाव कराया जाएगा।
बैठक में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर, राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव दुर्गेश नंदन, वित्त, सामान्य प्रशासन, पंचायती राज विभागों के प्रधान सचिव, एडीजी मुख्यालय व एडीजी विधि व्यवस्था सहित प्रक्षेत्रीय डीआईजी व आईजी भी शामिल हुए।
सुरक्षा के होंगे पुख्ता इंतजाम
बिहार में होने वाले पंचायत चुनाव में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे. चुनाव के दौरान हरेक बूथ पर हथियारबंद जवान तैनात होंगे, साथ ही इस चुनाव में बिहार में तैनात सीआरपीएफ की कंपनियों को यूज किया जाएगा. खासकर वैसे बूथ जो अति संवेदनशील यानि नकसल प्रभावित हैं।
निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सभी जिलों में निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस बलों की उपलब्धता के आधार पर सभी बूथों पर सशस्त्र बल तैनात किए जाएंगे।
बदलेगा आरक्षण चक्र
बिहार में इस दफे होने वाले चुनावों में पिछले दो बार से चले आ रहे आरक्षण के चक्र को बदला जाएगा। आरक्षण का प्रभाव चक्रानुक्रम होगा, यानि की जो सीट सामान्य है वहां रिजर्वेशन लागू होगा। आरक्षण के चक्रानुक्रम के दायरे में लगभग 90 फीसदी सीटें आयेंगी।
8 हजार से भी ज्यादा हैं पंचायतें
राज्य निर्वाचन आयुक्त अशोक कुमार चौहान ने बताया कि बिहार में 8 हजार 397 पंचायत है। चुनाव में मुखिया और सरपंच के 8397 पद, ग्राम पंचायत सदस्य और पंच के 1 लाख 14 650, पंचायत समिति सदस्य के 11 हजार 516, और जिला परिषद के 1162 पद के लिए मतदान होगा। यानि कुल मिला दें तो 2 लाख 58 हजार 772 पदों के लिए वोटर मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
देना होगा घर में शौचालय होने का शपथ पत्र
सभी उम्मीदवारों को एक जनवरी 2015 की तिथि तक अपने घर में शौचालय होने संबंधी शपथ पत्र देना होगा। सभी उम्मीदवारों के चुनाव खर्च की सीमा को निर्धारित किया जाएगा। श्री चौहान ने बताया कि बैठक में सभी डीएम एवं एसपी ने निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव कराने को लेकर सहमति जताई और इस दिशा में तेजी से कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इन पदों के लिए होना है चुनाव
मुखिया 8397
ग्राम कचहरी सरपंच 8397
ग्राम पंचायत सदस्य 114650
ग्राम कचहरी पंच 114650
पंचायत समिति सदस्य 11516
जिल परिषद सदस्य 1162
कुल पद 258772