हमसफर व अंत्योदय की अगले माह से सवारी
पटना जंक्शन से दो हमसफर ट्रेनें चलाने का निर्णय सोमवार को लिया गया है।
पटना। पटना जंक्शन से दो हमसफर ट्रेनें चलाने का निर्णय सोमवार को लिया गया है। इसके साथ ही दरभंगा व जयनगर से त्योहार में आने वालों के लिए बजट में घोषित दो अंत्योदय ट्रेनें भी अक्टूबर से फर्राटा भरेंगी। इसकी घोषणा सोमवार को रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने किया। इसके लिए ट्रेनों की समय सारणी शीघ्र घोषित की जाएगी।
इस बाबत पूर्व मध्य रेल के मुख्य जन संपर्क अधिकारी अरविन्द रजक ने बताया कि पहली हमसफर ट्रेन पटना जंक्शन से बांद्रा टर्मिनल के लिए चलाई जाएगी। दूसरी पटना जंक्शन से पासिंग ट्रेन होगी जो सियालदह से जम्मूतवी तक जाएगी। रेल बजट में दरभंगा से जालंधर वाया रक्सौल-गोरखपुर होते हुए अंत्योदय चलाने की घोषणा की गई थी। दूसरी अंत्योदय ट्रेन जयनगर से उदना के बीच चलेगी। चारों ट्रेनों का परिचालन अक्टूबर के पहले सप्ताह से शुरू हो जाएगा। अभी टाइम टेबल निर्धारित नहीं की गई है।
अंत्योदय में लगेगा सामान्य किराया
जयनगर व दरभंगा से खुलने वाली अंत्योदय एक्सप्रेस की सभी बोगियां सामान्य श्रेणी की होंगी। लेकिन, इसके बर्थ अन्य सामान्य ट्रेनों अलग होगी। इसका किराया भी सामान्य ट्रेनों की तरह ही होगा। सामान रखने वाले उपरी बर्थ को भी गद्देदार किया गया है। हर रो में मोबाइल व लैपटॉप चार्जर की सुविधा होगी। हर बोगी में डस्टबिन के साथ शौचालय में इंडिकेटर सिस्टम लगा होगा।
हमसफर की हर होगी एसी
हमसफर ट्रेन को आम एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनों से काफी अलग डिजाइन किया गया है। सारे कोच तृतीय वातानुकूलित श्रेणी के होंगे। इसकी हर बोगी में सीसी कैमरे के साथ जीपीएस आधारित पैसेंजर इनफॉरमेशन सिस्टम लगा होगा। बोगी से आग व धुंआ निकलते ही अलर्ट अलार्म बजने लगेगा और तत्काल आग व धुंआ पर अग्निशमन यंत्र से काबू पा लिया जाएगा। हर बर्थ पर मोबाइल, लैपटॉप चार्जर प्वाइंट के साथ इंटीग्रेटेड ब्रेल डिस्प्ले सिस्टम लगा रहेगा।
महाराजा लुक में हमसफर
हमसफर को पूरी तरह महाराजा एक्सप्रेस का लुक दिया गया है। इसकी बोगी की खूबसूरती दूसरी ट्रेनों से जुदा होगी। ट्रेन के अंदर व बाहर की डिजाइन बदला रहेगा। इस ट्रेन में शाही महाराजा एक्सप्रेस की तरह विनाइल शीट्स का उपयोग किया जाएगा। हमसफर एक्सप्रेस को पूरी तरह वातानुकूलित बनाया गया है। इसकी गति भी 130 किमी प्रति घंटे की होगी। इसके मेंटेनेंस पर अन्य ट्रेनों से अधिक खर्च होने का अनुमान है। इस कारण इस ट्रेन से यात्रा थोड़ा महंगा होगा। अभी तक इसका किराया तय नहीं हो सका है। वरीय अधिकारियों की मानें तो सामान्य ट्रेनों से इसका किराया 20 फीसद तक अधिक हो सकता है।