राजेन्द्रनगर दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को मुआवजा
पटना। राजेन्द्रनगर टर्मिनल पर बुधवार देररात हुई दुर्घटना के बाद अब आम लोगों को कंकड़बाग
पटना। पटना के राजेन्द्रनगर टर्मिनल पर बुधवार की रात ट्रैक पार करने के दौरान ट्रेन से कटकर तीन महिलाओं और दो पुरुषों समेत पांच लोगों की मौत के बाद आम लोगों को कंकड़बाग बाइपास से राजेंद्रनगर जाने के लिए फुटओवर ब्रिज बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। रेल पुलिस की पहल पर राज्य सरकार ने आठ फुटओवर ब्रिज सह मोटरसाइकिल ओवर ब्रिज बनाने के लिए सवा-सवा करोड़ रुपये की दर से राशि भी स्वीकृत कर दी है। रेलवे ने पांच फुटओवर ब्रिज बनाने की सहमति भी दे दी है। राजेन्द्रनगर में फुट ओवरब्रिज बनाने की प्रक्रिया अंतिम चरणों में है। शीघ्र ही जगह का चयन कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
मंडल रेल प्रबंधक दानापुर रमेश कुमार झा ने घटना पर दु:ख जताया। कहा, वहां ट्रैक नहीं पार करने के लिए बैरियर लगाया गया है। लोगों में जागरूकता के लिए बैनर-पोस्टर व होर्डिग्स भी लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे की ओर से राज्य सरकार के सहयोग से शीघ्र ही फुटओवर ब्रिज का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।
वहीं रेल एसपी प्रकाश नाथ मिश्र ने दानापुर मंडल रेल प्रबंधक से राजेन्द्र नगर आरओबी पर चढ़ने के लिए दोनों तरफ से सीढ़ी का निर्माण कराने का अनुरोध किया।
पुरुष मृतकों में उत्तराखंड का पप्पू और छपरा का राजकुमार
दुर्घटना के बाद रेल पुलिस ने अपने ही बयान पर रेल थाने में यूडी केस दर्ज कर लिया है। मृतकों में तीन महिलाओं का शव पोस्टमॉर्टम के बाद उनके परिजनों को सौंप दिया गया था। गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। राज्य सरकार ने तीनों मृतकों के लिए चार-चार लाख रुपये मुआवजे की राशि भी मौके पर ही उनके परिजनों को सौंप दी थी। इसके अलावा मृतकों में शामिल दोनों पुरुषों की भी पहचान हो गई। एक की पहचान उत्तराखंड के बिजली विभाग के कर्मचारी पप्पू प्रसाद मंडल तथा दूसरे की छपरा जिले के नयागांव थाने के गोपालपुर गांव निवासी बद्रीनाथ सिंह के पुत्र राजकुमार सिंह के रूप में हुई है। पप्पू मूलरूप से सहरसा के रहने वाले गिरीश मंडल का पुत्र है। दोनों के शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। जिला प्रशासन की ओर से उन्हें मुआवजे की राशि देने की कार्रवाई की जा रही है।