बिहार बोर्ड : झूठी निकली इंटर परीक्षा में पेपर लीक की चर्चा, अब दर्ज होगी FIR
कड़ी सुरक्षा के बीच आज से शुरू हुई इंटरमीडिएट की परीक्षा के पहली ही पाली के प्रश्नपत्र लीक होने की खबर बस अफवाह निकली । बोर्ड अध्यक्ष ने इसे लेकर एफआइआर दर्ज करने की बात कही है।
पटना [जागरण टीम]। बिहार बोर्ड की इंटर परीक्षा के पहले दिन मंगलवार को फर्जी प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल कर पेपर लीक होने की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने सख्ती बरतते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि पटना और गया से ज्यादा शिकायतें हैं। दोनों जगह प्राथमिकी दर्ज होगी। परीक्षा के पहले दिन कदाचार के आरोप में 240 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए।
मंगलवार की सुबह परीक्षा आरंभ होते ही सोशल मीडिया पर जीव विज्ञान का फर्जी प्रश्नपत्र वायरल हो गया। पुष्टि के लिए अधिकारियों के फोन बजने लगे। परीक्षा संचालन में लगे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी सत्यापन के लिए इंतजार करते रहे।
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि इस अफवाह को लेकर पटना में प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। गया में भी प्राथमिकी करने का आदेश दे दिया गया है। दोनों जगहों पर सोशल मीडिया पर जीव विज्ञान का फर्जी प्रश्नपत्र पोस्ट करने से बच्चों के साथ आघात किया गया है। अभिभावकों को भी परेशानी हुई है। मूल प्रश्नपत्र के आकार, प्रिंट और पेजिंग में अंतर है।
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पहले दिन कदाचार में 240 निष्कासित
इंटरमीडिएट परीक्षा के पहले ही दिन मंगलवार को कदाचार करते 240 परीक्षार्थियों को निष्कासित कर दिया गया। दरभंगा में केंद्राधीक्षक के साथ तीन वीक्षकों को भी गिरफ्तार किया गया है। मधेपुरा में परीक्षा केन्द्र के बाहर हंगामा और कदाचार में नौ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
बेगूसराय सदर में शिक्षक ब्रजेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि केंद्राधीक्षक धनंजय सिंह को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया। बिहारशरीफ में कदाचार कराने के मामले में पकड़े गए वीक्षक सह मध्य विद्यालय अस्थावां के शिक्षक इंद्रजीत कुमार को डीएम ने निलंबित कर दिया गया है।
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि सबसे अधिक 41 परीक्षार्थी सारण जिले में पकड़े गए हैं। पकड़े गए सभी लोगों से दो-दो हजार रुपए का आर्थिक दंड भी वसूल किया गया है।
शिक्षामंत्री ने कहा-नहीं हुआ लीक
शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने पहले ही कहा था कि बिहार इंटर परीक्षा पेपर लीक नहीं हुआ है यह बस अफवाह है। परीक्षा शुरू होने के बाद व्हाट्सअप पर किसी ने डाला होगा। पब्लिक डोमेन में आने के बाद लीक का कोई मामला नहीं बनता।
कड़ी निगरानी में हो रही है परीक्षा
इंटरमीडिएट परीक्षा के दौरान केंद्र में कोई भी पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारी मोबाइल लेकर नहीं जाएगा। परीक्षार्थियों को मोबाइल, ब्लू टूथ, कैलकुलेटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लेकर प्रवेश की इजाजत नहीं है।
पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था
परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्रों के प्रवेश द्वार पर सीसी कैमरा और वीडियो रिकार्डिंग की व्यवस्था की गई है। परीक्षा समिति का हेल्पलाइन नंबर 24 घंटे चालू रहेगा।
प्रत्येक वीक्षक के लिए 25 परीक्षार्थियों की जांच कर प्रमाणपत्र देना अनिवार्य कर दिया गया है। दंडाधिकारियों के लिए परीक्षा केंद्र में लॉगबुक पर इंट्री करना अनिवार्य कर दिया गया है। परीक्षा सुबह से राज्य के 1275 केंद्रों पर प्रारंभ होगी। 12.61 लाख छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। बोर्ड ने कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं।
परीक्षा केंद्रों के बाहर धारा 144
परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट पूर्व सभी वीक्षक 25 छात्रों की जांच पूरी करेंगे। चुनाव के मतदान केंद्र की तरह परीक्षा केंद्र के आसपास भीड़ नहीं होनी चाहिए। धारा-144 लागू रहेगी। शहरी क्षेत्रों में 100 मीटर और ग्रामीण क्षेत्रों में 200 मीटर की सीमा में निषेधाज्ञा रहेगी।
500 परीक्षार्थियों पर एक वीडियो कैमरा
प्रत्येक 500 परीक्षार्थियों पर एक वीडियो कैमरामैन तैनात किया है। परीक्षा केंद्रों के प्रवेशद्वार और बरामदे में सीसी कैमरे से निगरानी की व्यवस्था की गई है। छात्रों की संख्या पांच सौ से अधिक होने पर दो वीडियो कैमरे लगाए जाएंगे।
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वीक्षकों के लिए घोषणापत्र
अध्यक्ष ने बताया कि सभी परीक्षा केंद्रों पर समिति ने वीक्षकों को घोषणापत्र उपलब्ध करा दिया है। प्रत्येक वीक्षक को इस आशय के घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करना होगा कि उनके कमरे में कोई चिट-पुर्जा नहीं पाया गया है।
परीक्षा आरंभ होने के 15 मिनट पहले प्रत्येक परीक्षार्थी की जांच कर कमरे में बैठने की वे इजाजत देंगे। प्रत्येक दिन किसी वीक्षक का कमरा बदल जाएगा। कमरे से चिट बरामद होने पर परीक्षार्थी के साथ-साथ वीक्षक पर भी कार्रवाई होगी।