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जहां माननीयों का आशियाना, वहां डस्टबिन बना नाला

पटना । मानसून के सक्रिय होते ही इस साल भी कौटिल्यनगर में जलजमाव होना तय है। इस कॉलोनी

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Jun 2017 03:05 AM (IST)Updated: Sat, 24 Jun 2017 03:05 AM (IST)
जहां माननीयों का आशियाना, वहां डस्टबिन बना नाला
जहां माननीयों का आशियाना, वहां डस्टबिन बना नाला

पटना । मानसून के सक्रिय होते ही इस साल भी कौटिल्यनगर में जलजमाव होना तय है। इस कॉलोनी में दर्जनों पूर्व और वर्तमान मंत्रियों तथा सैकड़ों विधायकों के निजी आवास हैं। कॉलोनी में कई स्थानों पर नाला तालाब का रूप ले चुका है। बीएमपी के पास 500 मीटर की दूरी में तालाब और नाले का अंतर खोजना मुश्किल है। मोहल्लेवासियों के अनुसार मुख्य नाले की सफाई तो की जा रही है, लेकिन सर्जरी की जगह मरहम-पट्टी कर छोड़ दिया जा रहा है। ऐसी स्थिति में इस साल भी निचले इलाकों में घुटनेभर पानी लगना तय है।

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नाले को बना दिया डस्टबिन :

आशियाना मोड़ से बीएमपी मुहाने तक नाले को डस्टबिन का रूप दे दिया गया है। वहीं, हाकिमों ने वाहनों को पार्क करने के लिए नाले पर स्थायी अतिक्रमण कर रखा है। रही-सही कसर निगमकर्मियों की सुस्ती पूरी कर रही है। 20 फीट चौड़ा और राजधानी के बड़े नालों में शुमार बीएमपी- आशियाना नगर नाला अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।

पांच फीट तक जमा है गाद :

वर्तमान में नाले की सफाई का कार्य चल रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार नाले में कम से कम पांच फीट तक गाद और कचरा जमा है। आशियाना मोड़ से बीएमपी गेट तक नाले के किनारे की सड़क की चौड़ाई कम थी। नाले को भरकर इसे चौड़ा करने का अभियान पिछले एक दशक से जारी है।

पॉलीथिन बन रही बड़ी मुसीबत :

आशियाना नगर मोड़ से जयप्रकाश नगर तक 2.7 किलोमीटर की दूरी में नाला ढक दिया गया है। इसमें बड़ी मात्रा में पॉलीथिन जमा होने से बरसात के दिनों में मुसीबत संभावित है। नगर निगम के अधिकारी भी इसे खतरा मान रहे हैं। हालांकि, कारगर कार्रवाई का इंतजार है। आशियाना मोड़ से नाले में हर दिन काफी मात्रा में पॉलीथिन अंडरग्राउंड नाले में जाता है।

मजिस्ट्रेट कॉलोनी में घुटने भर पानी :

मजिस्ट्रेट कॉलोनी और आशियाना नगर में पिछले कुछ वर्षो से दो से तीन फीट का जलजमाव होना आम हो गया है। पूर्व आइएएस अधिकारी एसपी सिंह के अनुसार आशियाना नगर में पिछले साल नाव चलाने की स्थिति आ गई थी। इस साल भी नाले की सफाई की स्थिति को देखते हुए भीषण जलजमाव की संभावना प्रबल है।

: इन मोहल्लों का गिरता है पानी :

महुआ बाग, बीएमपी 5, जगदेव पथ, खाजपुरा, अंबेदकर पथ, समनपुरा, चाणक्यपुरी कॉलोनी, विधायक कॉलोनी, वेटनरी परिसर, राजा बाजार, मजिस्ट्रेट कॉलोनी, आशियाना नगर, नेपाली नगर आदि कॉलोनियों का पानी बीएमपी-आशियाना नगर नाले में गिरता है।

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कोट :::

निगम के कर्मी कचरे को निकालकर सड़क पर कई दिनों तक छोड़ देते हैं। इससे लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है। विरोध करने पर कर्मी अधूरी सफाई कर चंपत हो जाते हैं।

- मुमताज अहमद, कौटिल्य नगर

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नाले के दोनों किनारों पर ऊंची दीवार थी। अतिक्रमण और मशीन से सफाई के कारण दीवार टूटती चली गई। इसके बाद से ही नाले की स्थिति ज्यादा खराब हो गई। अतिक्रमण को लेकर अभियान जरूरी है।

चितरंजन प्रसाद, खाजपुरा

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सब्जी, फल और किराना कारोबारी सारा कचरा इसी में डालते हैं। राजा बाजार, जगदेव पथ और आशियाना नगर के फुटपाथी दुकानदार इसमें कचरा फेंकते हैं। कोई सुध लेने वाला नहीं है।

- राज सिंह, आशियाना मोड़

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नाले की सफाई के बाद कचरे को कई दिनों तक किनारे पर छोड़ दिया जाता है। आधा कचरा इसी दौरान नाले में दोबारा चला जाता है। आने-जाने में होने वाली परेशानी होती है वह अलग।

- सूरज कुमार


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