देश का पहला पूर्ण साक्षर गांव बना देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जीरादेई, जानिए...
भारत के पहले राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का गांव जीरादेई देश का पहला पूर्ण साक्षर मतदाता गांव बन गया है। यहां का एक भी मतदाता आगामी 14 मई को होने वाले पंचायत चुनाव मतदान में अंगूठे का निशान नहीं लगाएगा। अब सभी हस्ताक्षर करेंगे।
सिवान। भारत के पहले राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का गांव जीरादेई देश का पहला पूर्ण साक्षर मतदाता गांव बन गया है। यहां का एक भी मतदाता आगामी 14 मई को होने वाले पंचायत चुनाव मतदान में अंगूठे का निशान नहीं लगाएगा। अब सभी हस्ताक्षर करेंगे।
ऐसे बनी योजना
सिवान के डीईओ विश्वनाथ प्रसाद विश्वकर्मा ने एक पूर्ण साक्षर मतदाता गांव बनाने की योजना बनाई। सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ राजकुमार, स्थापना के डीपीओ अब्दुल अहद खां व अखिलेश्वर प्रसाद को शामिल करते हुए एक कमेटी का निर्माण किया गया। अब बारी गांव की थी। सिवान में इसके लिए देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के गांव से बेहतर चयन और क्या हो सकता था?
गांव में निरक्षरों का किया सर्वे
गांव के चयन के बाद मतदाता सूची लेकर शिक्षा विभाग के कर्मियों ने सर्वे किया। निरक्षर मतदाताओं की सूची तैयार की गई। जीरादेई गांव में दो बूथ हैं। बूथ-162 पर 1206 मतदाता हैं। यहां पर 19 पुरुष व 127 महिला मतदाता निरक्षर थे। वहीं बूथ-163 पर 147 मतदाता निरक्षर पाए गए। इनमें 117 महिलाएं व 30 पुरुष शामिल थे।
ऐसे साक्षर बने मतदाता
इसके बाद उन्हें साक्षर बनाने का काम शुरू हुआ। इस काम में साक्षरताकर्मी कमलेश्वर ओझा के अलावा प्रेरक, तालिमी मरकज, टोला सेवक, महेंद्र हाईस्कूल के शिक्षक व 10वीं क्लास में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं को लगाया गया। उनके प्रयास रंग लाग और अब यहां के सभी मतदाता साक्षर हो गए हैं।
साक्षर मतदाताओं वाला पहला गांव
डीईओ विश्वनाथ प्रसाद विश्वकर्मा ने दावा किया है कि पूर्ण रूप से साक्षर मतदाताओं वाला यह देश का पहला गांव हो गया है। यहां 14 मई को पंचायत चुनाव का मतदान है।