पूर्व कानून मंत्री की कानून की डिग्री फर्जी, जांच को भागलपुर पहुंची दिल्ली पुलिस
दिल्ली के पूर्व मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर पर भागलपुर के तिलकामांझी भागलपुर विवि की फर्जी डिग्री रखने का आरोप है। दिल्ली पुलिस की टीम ने तिलकामांझी विवि पहुंचकर इसकी जांच की। टीम ने फर्जी डिग्री मामले में विवि द्वारा गठित आंतरिक जांच कमेटी की रिपोर्ट को लेकर पूछताछ की।
पटना। दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर पर भागलपुर के तिलकामांझी भागलपुर विवि की फर्जी डिग्री रखने का आरोप है। दिल्ली पुलिस की एक टीम ने तिलकामांझी विवि पहुंचकर इसकी जांच की। टीम ने फर्जी डिग्री मामले में विवि द्वारा गठित आंतरिक जांच कमेटी की रिपोर्ट को लेकर पूछताछ की।
यह है मामला
- जितेंद्र सिंह तोमर ने तिलकामांझी भागलपुर विवि से कानून की डिग्री लेने का दावा किया है।
- यह मामला एक पीआइएल के जरिए हाईकोर्ट में आया तो तिलकामांझी भागलपुर विवि ने हाईकोर्ट में जवाब दाखिल किया।
- विवि ने अपने जवाब में तोमर के एनरोलमेंट के दौरान जमा सर्टिफिकेट को जाली बताया।
- बार काउंसिल ने तोमर की बीएससी की डिग्री जांच के लिए 7 मार्च 2015 को डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विवि को लिखा।
- इसके बाद अवध विवि ने भी तोमर की डिग्री और क्रमांक को जाली बताया।
विवि अधिकारी बोले
तिलकामांझी भागलपुर विवि के उपकुलपति प्रो. अवध किशोर राय ने कहा कि यह मामला अभी दिल्ली हाइकोर्ट में चल रहा है। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस के उन्हें सभी दस्तावेज नहीं दिए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस कब तक विवि में जांच करेगी, वे नहीं बता सकते।
उधर, विवि की अांतरिक जांचमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रोक्टर प्रो. विलक्षण रविदास ने कहा कि जांच पूरी हो चुकी है। जांच कमेटी ने इसकी रिपोर्ट विवि प्रशासन को रिपोर्ट सौंप दी है। अब आगे का निर्णय कुलपति करेंगे।
विवि की संलिप्तता!
सूत्र बताते हैं कि कुलपति के आने के बाद जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंपी जा सकती है। विवि की जांच रिपोर्ट में क्या है, इसका खुलासा अभी नहीं हुआ है, लेकिन कहा जा रहा है कि इस मामले में एक से अधिक परीक्षा नियंत्रक तथा पदाधिकारियों की संलिप्ता की बात रिपोर्ट में दर्ज है।