ये क्या बोल गए दीपंकर भट्टाचार्य? आतंकी बुरहान वानी को बताया 'युवा नेता'
भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कश्मीरी आंतकी नेता को युवा नेता बता विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने बिहार में शराबबंदी की आलोचना की तथा शहाबुद्दीन की जमानत पर भी सवाल किए।
पटना [वेब डेस्क]। भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने गुरुवार को पटना में विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने आतंकी संगठन 'हिजबुल मुजाहिदीन' के कमांडर रहे बुरहान वानी को 'युवा नेता' करार दिया। उन्होंने कश्मीर में स्थानीय आंदोलन को दबाने के लिए सेना के इस्तेमाल को भी गलत बताया। दीपंकर ने सिवान के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन की जमानत पर भी सवाल उठाए।
भाकपा माले महासचिव दीपंकर ने कहा कि बुरहान वानी कश्मीर में स्थानीय समस्या को लेकर आंदोलन करने वाले युवा नेता थे। विदित हो कि वानी को सुरक्षा बलों ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके बाद कश्मीर में हिंसा भड़क उठी थी। बुरहान वानी काे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी बुधवार को यूनाइटेट नेशन में कश्मीर का नेता बताया था।
कश्मीर में सेवा का इस्तेमाल गलत
दीपंकर बोले कि कश्मीर में स्थानीय आंदोलन को दबाने के लिए सेना का इस्तेमाल गलत है। राजनीतिक हल के लिए सेना का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।
मोदी सरकार बना रही युद्ध का माहौल
आतंकवाद व पाकिस्तान के संदर्भ में उन्होंने कहा कि पीएम मोदी पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ के जन्मदिन पर उनके देश जाते हैं, फिर युद्ध की भी बात करते हैं। कहा कि हमें अपनी सुरक्षा के लिए अमेरिका के पास नहीं रोना चाहिए। मोदी सरकार युद्ध का माहौल बना रही है।
बलूचिस्तान की समस्या पर दीपंकर ने कहा कि पीएम मोदी को सवाल उठाने के बदले शांति के लिए बातचीत करनी चाहिए।
शराबबंदी को बताया काला कानून
बिहार के मुद्दों पर बोलते हुए दीपंकर ने शराबबंदी कानून की आलोचना की। नीतीश सरकार के शराबबंदी कानून पर सवाल उठाते हुए इसे काला कानून करार दिया।
शहाबुद्दीन की जमानत पर उठाया सवाल
दीपंकर भट्टाचार्य ने सिवान के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन को जमानत मिलने का विरोध किया। कहा कि एक ओर फर्जी मुकदमे में फंसाए गए भाकपा माले के विधायक सत्यदेव राम व अमरजीत को जमानत नहीं दी जा रही है, तो दूसरी ओर शहाबुद्दीन को जमानत मिल गई।