किसान के खाते से एक लाख गायब
दिनोंदिन साइबर क्राइम के मामलों में हो रहे इजाफे के बावजूद बिहार पुलिस संसाधनों के अभाव में अपराधियों तक नहीं पहुंच पा रही है। लिहाजा, साइबर क्राइम से जुड़ा मामला आते ही पुलिस के आला अफसर हाथ खड़े कर देते हैं।
पटना। दिनोंदिन साइबर क्राइम के मामलों में हो रहे इजाफे के बावजूद बिहार पुलिस संसाधनों के अभाव में अपराधियों तक नहीं पहुंच पा रही है। लिहाजा, साइबर क्राइम से जुड़ा मामला आते ही पुलिस के आला अफसर हाथ खड़े कर देते हैं। ताजा घटना औरंगाबाद के मदनपुर गांव की है। किसान राम यादव के एसबीआइ बैंक खाते से ठगों ने एक लाख रुपए की ऑनलाइन शॉपिंग कर ली। घटना की जानकारी होने पर किसान जब मदनपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने पहुंचा तो थाना पुलिस ने बैरंग लौटा दिया। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे पटना जाकर शिकायत दर्ज कराने को कहा। किसान ने यहां आकर भांजे सोनू कुमार के साथ सिटी एसपी (मध्य) शिवदीप लांडे से मुलाकात कर लिखित शिकायत दी।
राम के मुताबिक 10 जनवरी की सुबह करीब 11 बजे उसके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले शख्स ने खुद को एसबीआइ का शाखा प्रबंधक बताते हुए राम से उसके एटीएम कार्ड पर लिखे 16 अंक व पिन कोड पूछ लिया। उसे 12 दिनों तक फर्जीवाड़ा की जानकारी नहीं हुई। 22 जनवरी को एसबीआइ की मदनपुर शाखा के अधिकारी विवेक ने फोन कर खाता में जमा रुपए से ऑनलाइन शॉपिंग किए जाने की जानकारी दी, तब राम के होश उड़ गए। बैंक से मालूम हुआ कि 48 घंटे में खाते से एक लाख रुपए की ऑनलाइन शॉपिंग की गई। इंटरनेट द्वारा एक बार में एक से पांच हजार रुपए तक की खरीदारी हुई है।