डिजिटल रूम में क्रॉफ्ट व पेंटिंग
बिहार दिवस (22 से 24 मार्च तक) पर गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रमों में बच्चों का भी ख्याल रखा जा रहा है।
पटना। बिहार दिवस (22 से 24 मार्च तक) पर गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रमों में बच्चों का भी ख्याल रखा जा रहा है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद का 60 हजार स्क्वायर फीट में तैयार पैवेलियन तो अद्भुत नजर आ रहा है। यहां मनोरंजन से लेकर पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद की भी व्यवस्था की गई है। पूरे पैबेलियन को प्राकृतिक वातावरण में ढाल दिया गया है। बच्चों के थकने के बाद आराम करने की भी व्यवस्था की गई है। इस पैवेलियन को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक संजय कुमार सिंह खुद अपनी निगरानी में तैयार करा रहे हैं। सोमवार को शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी बिहार दिवस की तैयारियों का जायजा लेंगे।
पैवेलियन में क्राफ्ट जोन, पेंटिंग जोन और क्विज जोन का भी निर्माण किया गया है। यहां डिजिटल रूम भी है। बच्चे टच स्क्रीन के माध्यम से प्रश्नों का जवाब देंगे। पैवेलियन में जन शिक्षा का कला जत्था हर जिले से आ रहा है। नशाबंदी के पक्ष में माहौल बनाने में यह जत्था अहम भूमिका निभाएगा। किलकारी के भी बच्चे यहां होंगे।
फन जोन होगा मनोरंजन से भरपूर
पैवेलियन में प्रवेश करते बंदर, भालू और पक्षी नजर आएंगे। यहां जंपिंग, गोल झूला, एडवेंचर जोन की स्थापना की गई है। साथ ही थियेटर की भी व्यवस्था की गई है। इसमें 12 फीट की स्क्रीन पर बच्चे मूवी देखेंगे। वहीं 'बिहार को जानिए' नामक हॉल में मुख्यमंत्री के सात निश्चयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। खेल-खेल में बिहार की विरासत, धरोहर, व्यंजनों की भी जानकारी देने की व्यवस्था की गई है।
'मै हूं बिहार' में होगी ऐतिहासिक जानकारी
चित्रकारी के माध्यम से बिहार के महापुरुषों को एक स्थान पर दिखाया गया है। बीच में लिखा है 'मै हूं बिहार'। चाणक्य, सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य, सम्राट अशोक, शेरशाह सूरी, आर्यभट्ट, रामधारी सिंह दिनकर, दानवीर कर्ण, महर्षि वाल्मीकि, महात्मा बुद्ध, भगवान महावीर, गुरू गोविंद सिंह, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के साथ अशोक स्तंभ की चित्र को दर्शाया गया है।
दिन-रात हो रही तैयारी
बिहार दिवस की तैयारी के लिए अब दो दिन बचे हुए हैं। सभी विभाग तैयारी में जुटे हैं। 22 मार्च को बिहार दिवस समारोह का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। मंच को अंतिम रूप दिया जा रहा है। गांधी मैदान के अंदर बने मुख्य द्वार को अंतिम रूप दे दिया गया है। इस गेट पर नशामुक्ति का नजारा दिखा रहा है।