Move to Jagran APP

शराबबंदी के बाद बढ़ गई गांजे की खपत

सूबे में शराबबंदी लागू होने के कारण गांजा का सेवन काफी बढ़ गया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Jun 2017 01:12 AM (IST)Updated: Tue, 27 Jun 2017 01:12 AM (IST)
शराबबंदी के बाद बढ़ गई गांजे की खपत

पटना। सूबे में शराबबंदी लागू होने के कारण गांजा का सेवन काफी बढ़ गया है। अब अस्पतालों में सर्वाधिक मरीज गांजा सेवन के अस्पताल पहुंच रहे हैं। गांजा के सेवन करने वालों को काउंसिलिंग की जरूरत होती है। कांउसिलिंग से उन्हें ठीक किया जा सकता है। ये बातें रविवार को कोइलवर मानसिक रोग अस्पताल के अधीक्षक डॉ. केपी शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय नशा और मादक पदार्थो के अवैध कारोबार निरोध दिवस के अवसर पर हितैषी हैप्पीनेस होम के तत्वावधान में आयोजित सेमिनार में कहीं।

loksabha election banner

डॉ. शर्मा ने कहा कि नशा सेवन का प्रभाव न केवल व्यक्ति के शरीर पर पड़ता है, बल्कि पूरा परिवार ही बर्बाद हो जाता है। उसका असर समाज पर भी पड़ता है। कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा का वरिष्ठ नेता डॉ. सीपी ठाकुर ने किया। मौके पर डॉ. ठाकुर ने कहा कि नशा सेवन के प्रति नई पीढ़ी में बढ़ती प्रवृति समाज के लिए चिंता का विषय है। संयुक्त परिवार के टूटने के कारण भी नशा का सेवन बढ़ रहा है। मौके पर आइएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने कहा कि बच्चों में नशापान की प्रवृति न बढ़े, इसके लिए अभिभावकों को सावधान होना होगा। तभी आने वाले पीढ़ी सभ्य समाज का निर्माण कर सकती है। मौके पर डॉ. बिंदा सिंह ने कहा कि नशा करने वाला व्यक्ति अपना दिमागी संतुलन खो देता है। ऐसे में उसे इलाज एवं काउंसिलिंग की सख्त जरूरत होती है। काउंसिलिंग के माध्यम से उसमें सकरात्मक सोच विकसित की जाती है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. विवेक विशाल ने किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.