कलरफुल बांस के शेड से कूल रहेगा प्लेटफॉर्म
पटना। गर्मी के मौसम में पटना जंक्शन पहुंचने वाले यात्रियों को अब प्लेटफॉर्म पर गर्मी का एहसा
पटना। गर्मी के मौसम में पटना जंक्शन पहुंचने वाले यात्रियों को अब प्लेटफॉर्म पर गर्मी का एहसास नहीं होगा। रेलवे ने प्लेटफॉर्म को ठंडा रखने के लिए नया प्रयोग किया जा रहा। सीमेंट और कंक्रीट से बने शेड को हटाकर प्लेटफॉर्म को ठंडा रखने के लिए कलरफुल बांस के शेड से कवर किया जाएगा। पटना जंक्शन में यह कार्य दो चरणों में होगा। सभी शेड बदले जाएंगे। पहले चरण का काम शुरू हो चुका है। विभाग शेड बदलने में करीब साढ़े चार करोड़ खर्च होंगे।
रंग-बिरंगी होंगी बांस की शेड्स
रेल अभियंताओं ने बताया कि बांस का शीट गर्मी में राहत पहुंचाती हैं। असम में बांस की पैदावार अधिक है। इसके कारण वहां इसी की शीट्स से निर्माण किया जाता है। यह सीमेंट के शीट्स से काफी मजबूत व गर्मी में ठंडक पहुंचाने वाला होती हैं। तेज धूप से भी शीट्स गर्म नहीं होता हैं। इस बार इसी तरह के कलरफुल शीट्स लगाए जा रहे हैं। जो देखने में भी खूबसरत लगेंगी।
तीन माह में काम हो जाएगा पूरा
प्रथम चरण में एक, दो व तीन नंबर प्लेटफार्म पर शेड लगाए जा रहे हैं। शुरू में तीन प्लेटफार्म पर शेड बदलने में लगभग डेढ़ करोड़ रुपये खर्च आएगा। चार से दस नंबर प्लेटफार्म तक शेड्स बदलने में लगभग 3 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। दूसरे चरण में चार नंबर से दस नंबर प्लेटफार्म तक का शेड्स बदला जाएगा। तीन माह के अंदर सारे प्लेटफार्म का शेड्स बदल दिया जाएगा। शेड का निर्माण कार्य तेजी से प्लेटफॉर्म एक व दो नंबर पर काम चल रहा है।
असम की बांस से बन रहा शेड
बांस की शीट्स असम से मंगाई जा रही हैं। वैसे भी पटना जंक्शन में लगे शेड्स जर्जर हो चुके हैं। बरसात के दिनों इनसे पानी रिसता है। यात्रियों का बैठना मुश्किल हो जाता है। दानापुर रेल मंडल प्रबंधन की ओर से सारे शेड को बदलने का प्रस्ताव भेजा गया था। प्रस्ताव पर अनुमति मिलते ही जंक्शन के सारे शेड को बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
ये होगा फायदा
-यात्रियों को गर्मी से राहत मिलेगी।
-शेड्स की लाइफ बढ़ जाएगी।
-प्लेटफॉर्म की सुंदरता बढ़ेगी।
-पूरी तरह लेमिनेटेड होगा शेड।
-बारिश नहीं होगा नुकसान।
-बरसात में भींगने से बचेंगे यात्री