रक्षाबंधन पर सीएम नीतीश ने पेड़ को बांधा रक्षा सूत्र, लिए ये तीन संकल्प
रक्षाबंधन के अवसर पर सीएम नीतीश कुमार ने पेड़ को रक्षा सूत्र बांधकर तीन संकल्प लिए। उन्होंने सूबे में हरियाली बढ़ाने में सबका सहयोग मांगा।
पटना [राज्य ब्यूरो]। रक्षाबंधन के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पेड़ को रक्षा सूत्र बांधकर तीन संकल्प लिए। पर्यावरण सुरक्षा एवं प्रदेश में हरियाली बढ़ाने के साथ-साथ गंगा को निर्मल-अविरल बनाने की प्रतिबद्धता जताई। गंगा के दोनों तरफ जैविक खेती को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए सीएम ने कहा कि तटवर्ती शहरों के सीवरेज एवं ड्रेनेज सिस्टम पर काम करने का निर्देश दिया जा चुका है। गंदे पानी को गंगा में गिरने नहीं दिया जाएगा। ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए सिचाई के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
पटना के कुंवर सिंह पार्क में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में नीतीश ने ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने की अपील करते हुए प्रदेश की हरियाली को 15 से बढ़ाकर 17 फीसद तक ले जाने के लिए सहयोग मांगा। कार्यक्रम में डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने लावारिस जानवरों की सुरक्षा का वचन देते हुए सीएम ने कहा कि सरकार उनकी देखभाल करेगी। ऐसे जानवरों को गौशालाओं में रखा जाएगा। पटना के डीएम को निर्देश दिया जा चुका है। पशुओं के गोबर-मूत्र का प्रयोग जैविक खेती में किया जाएगा।
पेड़ों को रक्षा की परंपरा का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि 2011 से ऐसे कार्यक्रम किए जा रहे हैं। राज्य बंटवारे के बाद बिहार का हरित क्षेत्र नौ फीसद से कम हो गया था। पता चला कि इसे 17 फीसद तक बढ़ाया जा सकता है। इस साल हरित क्षेत्र का विस्तार 15 फीसद तक हो जाएगा। इसके लिए 24 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य है, जिसे पूरा करने के करीब हैं। अब हरियाली क्षेत्र को बढा़कर 17 फीसद करना है।
मुश्किलों का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि पहले तो प्रदेश में पौधों की भी कमी थी, लेकिन अब पर्याप्त पौधे अपने प्रदेश में ही हैं। अब लक्ष्य पहले की तरह मुश्किल नहीं है। वीर कुंवर सिंह पार्क को विकसित करने पर जोर दिया, ताकि बच्चों को आजादी के इतिहास के बारे में सही जानकारी मिल सके। पार्क में कुंवर सिंह की प्रतिमा भी लगाई जाएगी।
पेड़ों की सुरक्षा को जन अभियान बनाएं : सुमो
डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने पेड़ों की सुरक्षा को जन अभियान बनाने की अपील करते हुए कहा कि प्रयास सिर्फ सरकारी कार्यक्रम तक सीमित न रह जाए, बल्कि सबकी भागीदारी होनी चाहिए। रक्षा सूत्र की मान्यताओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसे पहले ब्राह्मण बांधते थे। फिर युद्ध के समय बांधा जाने लगा। बाद में लड़कियों की रक्षा से जोड़ दिया गया। अब समय बदल गया है। भाई-बहन एक-दूसरे की रक्षा के लिए राखी बांधना चाहिए।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री विनोद नारायण झा, परिषद के पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, वन विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह, वन संरक्षक डीके शुक्ला, सीएम के सचिव मनीष कुमार वर्मा, ओएसडी गोपाल सिंह समेत कई लोग मौजूद थे।