बिहार : शराबबंदी के बाद 'लिकर एक्सप्रेस' बनने लगीं लंबी दूरी की ट्रेनें
सूबे में पूर्ण शराबबंदी के बाद नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश व झारखंड से शराब की तस्करी होने लगी है। इसका सबसे आसान रास्ता ट्रेनें बनती जा रही हैं। लंबी दूरी की ट्रेनों में पैंट्रीकार कर्मियों, कोच अटेंडेंट व टिकट निरीक्षकों द्वारा शराब तस्करी को बढ़ावा दिया जा रहा है।
पटना [चंद्रशेखर]। सूबे में पूर्ण शराबबंदी के बाद नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश व झारखंड से शराब की तस्करी होने लगी है। इसका सबसे आसान रास्ता ट्रेनें बनती जा रही हैं। लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों द्वारा कम, पैंट्रीकार कर्मियों, कोच अटेंडेंट व टिकट निरीक्षकों द्वारा शराब तस्करी को अधिक बढ़ावा दिया जा रहा है।
इस धंधे में रेलकर्मियों व सुरक्षाकर्मियों की भरपूर मदद मिल रही है। रेल पुलिस की ओर से इसपर शिकंजे कोई फूलप्रूफ व्यवस्था नहीं हो पाई है। परिणाम यह है कि यूपी, दिल्ली व झारखंड से आने वाली ट्रेनें अब 'लिकर एक्सप्रेस' में बदलने लगी हैं।
पार्सल के जरिये पहुंची बड़ी खेप!
सूचना तो यहां तक है कि पटना पार्सल घर में किसी दूसरे आइटम के नाम से बकायदा बुक कर शराब की बड़ी खेप लाई गई है। इसे आगे के स्टेशनों के लिए बुक कराया गया था। ट्रेन के पटना जंक्शन पहुंचते ही बकायदा इसे पार्सलकर्मियों की मदद से उतार लिया गया। इसे खाने-पीने के सामान के नाम पर बुक कराया गया था।
दिल्ली की ओर से आने वाली एक ट्रेन के लीज ब्रेक में इसकी बुकिंग कराई गई थी। सारे कार्टून को ट्रेन से उतारने के बाद सीधे उसे ऑटो पर लादकर गंतव्य स्थान के लिए भेज दिया गया। चर्चा तो यहां तक है कि इस खेप को राजधानी के एक बड़े होटल के लिए लाया गया है। रेल पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग सकी।
रोक के लिए हो रही माथापच्ची
ट्रेनों से शराब तस्करी की बढ़ती घटनाओं से रेल पुलिस के आला अधिकारी भी चिंतित हैं। बड़े अधिकारियों के बीच शराब तस्करी को रोकने के लिए मंथन जारी है। रेल पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मिश्रा की मानें तो रेल पुलिस की ओर से ट्रेनों के साथ ही छोटे-बड़े स्टेशनों को चिह्नित करने का काम तेजी से चल रहा है। रेल पुलिस दो दर्जन से अधिक ट्रेनों को रडार में लेने पर विचार कर रही है।
सारे बिंदुओं को पर विचार-विमर्श के बाद शराब तस्करी के सारे रास्ते बंद कर दिए जाएंगे। जिन ट्रेनों को चिह्नित किया जाएगा, उनके एस्कार्ट पार्टी के साथ ही तमाम रेलवे स्टेशन से गुजरने वाले थानों के अधिकारियों को जिम्मेदार बनाया जाएगा।
रडार पर रहेंगी ये ट्रेनें
- नई दिल्ली-राजेन्द्र नगर राजधानी एक्सप्रेस
- नई दिल्ली गुवाहाटी राजधानी एक्सप्रेस
- नई दिल्ली राजेन्द्र नगर टर्मिनल संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस
- नई दिल्ली-राजगीर श्रमजीवी एक्सप्रेस
- नई दिल्ली-इस्लामपुर मगध एक्सप्रेस
- आनंद विहार भागलपुर विक्रमशिला एक्सप्रेस
- आनंदविहार-दानापुर जनसाधारण एक्सप्रेस
- आनंदविहार-भागलपुर गरीब रथ एक्सप्रेस
- आनंदविहार-जयनगर गरीब रथ एक्सप्रेस
- फरक्का एक्सप्रेस
- ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस
- नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस
- हिमगिरी एक्सप्रेस
- अर्चना एक्सप्रेस
- मुगलसराय-पटना सवारी गाड़ी
- हावड़ा-जनशताब्दी एक्सप्रेस
- रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस
- हटिया-पटना एक्सप्रेस
- हटिया-पटना सुपरफास्ट एक्सप्रेस
- गंगा दामोदर एक्सप्रेस
- अप-डाउन कुंभ एक्सप्रेस
- उपासना एक्सप्रेस
इन स्टेशनों पर की जाएगी सख्ती
- पटना जंक्शन
- पाटलिपुत्र
- राजेन्द्र नगर टर्मिनल
- पटना साहिब
- दानापुर
- बिहटा
- आरा
- बिहियां
- डुमरांव
- बक्सर
- दिलदारनगर
- बख्तियारपुर
- राजगीर
- इस्लामपुर
- फतुहा
- बाढ़
- मोकामा