बैंक पीओ की हत्या कर शव के साथ सोया रहा पति
बैंक पीओ चारुलता की निर्मम हत्या के आरोपी पति मृत्युंजय देव साकेत को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया।
पटना। बैंक पीओ चारुलता की निर्मम हत्या के आरोपी पति मृत्युंजय देव साकेत को पुलिस ने गुरुवार की सुबह पटना एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। मृत्युंजय ने जिस तरह चारुलता की हत्या की, वह सुनकर पुलिस भी दंग रह गई है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पहले उसने चारु को पीटा, फिर गला घोंट कर मार डाला। मौत के बाद भी चारु के गर्दन को पैर से कुचला। उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करने का प्रयास में गला रेता और पेट को फाड़ डाला, लेकिन आगे हिम्मत नहीं जुटा सका। रात होने की वजह से थक कर वह शव के पास ही सो गया। रविवार की सुबह उसने शव को फ्रिज में रखने का प्रयास किया, असफल होने के बाद गेट पर ताला लगाकर मोतिहारी भाग गया।
फेसबुक चैटिंग ने बिगाड़ा संबंध
वर्ष 2012 में शादी के बाद चारु और मृत्युंजय के बीच सब कुछ ठीक चल रहा था। मृत्युंजय पत्रकारनगर में दवा की दुकान चलाता था और पिता जम्मू में बैंक में अफसर थे। पिछले वर्ष चारु का बैंक पीओ में सलेक्शन हो गया और वह ट्रेनिंग के लिए बेंगलुरु चली गई। इसके बाद चारु के व्यवहार में बदलाव और मोबाइल कॉल वेटिंग में जाने की वजह से वह शक करने लगा। आरोपी ने बताया कि छह माह पूर्व चारु का फेसबुक अकाउंट चेक किया तो इनबॉक्स में किसी और लड़के केसाथ आपत्तिजनक चैटिंग देखी। तक विवाद शुरू हो गया। पति ने चारु को लड़के से दूरी बनाने की सलाह दी, लेकिन आदत में सुधार नहीं हुआ। मृत्युंजय को चारु पर विश्वास नहीं था इसलिए उसने अपने पिता के माध्यम से चारुका ट्रासफर बेंगलुरु से पटना करा दिया।
फोन पर बात करते देख भड़का
पुलिस के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से मृत्युंजय और चारुलता में अक्सर मारपीट होती थी। कारण था मृत्युंजय की दुकान चलती नहीं थी और पत्नी बैंक में पीओ थी। इस बात को लेकर मृत्युंजय काफी दिनों से परेशान था। शनिवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे मृत्युंजय अपनी बाइक से चारुलता को लेकर हनुमान मंदिर पहुंचा। इस दौरान उसने चारु को एक हजार रुपये दिये। चारु ने 100 रुपये का प्रसाद लिया और बाकी 100 रुपये अपने पास रखकर बाकी पैसे पति को दे दिए। इस बीच मृत्युंजय बाइक स्टैंड में लगाने चला गया। वह जब वापस मंदिर के बाहर आया तो देखा कि चारु किसी से मोबाइल पर बात कर रही है। चारु से पूछा किससे बात हो रही तो बोली की मां से, लेकिन नंबर मां का नहीं था। इससे नाराज मृत्युंजय उसे लेकर घर आ गया। फिर उसने खाना बनाने को कहा, तो चारु ने खाना बनाने से इंकार कर दिया। इसके बाद ही मृत्युंजय ने उसकी हत्या कर दी।
बाजार से खरीद कर लाया धारदार चाकू
चारु के शव को टुकड़े-टुकड़े कर नदी में बहाने के लिए पति शनिवार की रात बाजार से धारदार चाकू खरीद कर लाया था। वारदात के बाद खून लगे नीले टी-शर्ट को धोने के चक्कर में चाकू और पैंट वाशिंग मशीन में भूल गया था।
गुरुवार सुबह दिल्ली से लौटा पटना
रविवार को घटना के बाद मृत्युंजय कार से अपने गांव मोतिहारी पहुंचा। जहां वह अपनी मां और ढाई साल के बेटे और पिता से मिला। फिर कार से ही दिल्ली रवाना हो गया। लेकिन, पुलिस लगातार मोतिहारी और बेतिया में उसके घर दबिश दे रही थी। इस बात की सूचना मिलते ही मृत्युंजय दिल्ली से गो एयर की फ्लाइट से सुबह पटना पहुंच गया। पुलिस ने उसे वही गिरफ्तार कर लिया।
बयान :
मृत्युंजय ने चारु की हत्या की बात स्वीकार की है। अन्य आरोपियों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। कई और बिन्दुओं पर जांच चल रही है। चारु के सास, ससुर, पिता और देवर घटना के दिन कहां थे, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। दोषी जो भी होगा बख्शा नहीं जाएगा।
मनु महाराज, एसएसपी