एबीवीपी के छात्रों पर लाठीचार्ज को लेकर विधानमंडल में हुआ हंगामा
शिक्षा में अराजकता की स्थिति के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों के प्रदर्शन पर लाठीचार्ज और हवा में फायङ्क्षरग के खिलाफ विधानमंडल के दोनों सदनों मे जबर्दस्त हंगामा हुआ।
पटना। शिक्षा में अराजकता की स्थिति के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों के प्रदर्शन पर लाठीचार्ज और हवा में फायङ्क्षरग के खिलाफ विधानमंडल के दोनों सदनों मे जबर्दस्त हंगामा हुआ। भाजपा सदस्यों के हंगामे के कारण विधान परिषद की कार्यवाही भोजनावकाश के बाद नहीं चली, वहीं विधानसभा में भाजपा सदस्यों द्वारा रिपोर्टर टेबल पलट दिए जाने और लाठीचार्ज के लिए दोषी पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग के बीच ग्रामीण कार्य विभाग का बजट पास कराने की औपचारिकता भर पूरी हो सकी।
प्रदर्शनकारी विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं पर विधानमंडल गेट के सामने लाठीचार्ज को लेकर भाजपा के सदस्य दोपहर के बाद दोनों सदनों में कार्यवाही शुरू होते ही काफी उत्तेजित दिखाई पड़ रहे थे। विधानसभा में दो बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के सदस्य लाठीचार्ज के लिए दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए वेल में आ गए। विक्रम कुंवर, नितिन नवीन, जनक सिंह, संजय टाइगर, ऊषा विद्यार्थी सहित कई सदस्यों के शोरगुल और हंगामे के कारण ग्रामीण कार्य विभाग की अनुदान मांग पर विपक्ष की ओर से कोई कटौती प्रस्ताव करने वाला भी नहीं था। लिहाजा सदन की कार्यवाही 4 बजकर 45 मिनट तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
दोबारा सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के सदस्य नारेबाजी करते हुए फिर वेल में आ गए। इन सदस्यों ने रिपोर्टर टेबल को पलट दिया। शोरगुल और हंगामे की स्थिति यह थी कि ग्रामीण कार्य मंत्री क्या बोल रहे थे सुनाई नहीं पड़ रहा था। इसी हंगामे के बीच विभाग की अनुदान मांगें पारित की गई।
छात्रों पर लाठीचार्ज और फायङ्क्षरग के विरोध में गुरुवार को विधानपरिषद में भी विपक्ष ने जमकर शोर शराबा किया। अपराह्न ढाई बजे सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, भाजपा के सदस्य वेल में आ गए और सत्ता पक्ष के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। भारी हंगामे के बीच सभापति ने सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी।
सभापति के आते ही सदस्य हरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आज का दिन शर्मनाक है। निर्दोष छात्रों पर पुलिस पत्थर चला रही थी और डीएसपी खुद गोली चला रहे थे। अगर छात्रों की गलती भी थी तो बात करनी चाहिए थी। गोली चलाना तो तानाशाही है। जदयू सदस्य नीरज कुमार ने भाजपा सदस्यों से शांत रहने की अपील करते हुए लाठीचार्ज को दुखद बताया और कहा कि सरकार इस पर जवाब देगी, लेकिन नीरज की आवाज शोर शराबे में दब कर रह गई। इस बीच मंगल पाण्डेय, किरण घई, संजय मयूख समेत भाजपा के कई सदस्य वेल में आ गए और हंगामा तेज कर दिया, जिसके बाद सभापति ने सदन की कार्यवाही शुक्रवार 12 बजे तक स्थगित कर दी।