आटो चला पिता ने पहुंचाया 'स्वर कोकिला के स्टूडिया'
प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती।
पटना। प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती। बिहार की धरती हमेशा से प्रतिभा के मामले में उर्वरक रही है। कुछ ऐसी ही प्रतिभा संगीत के क्षेत्र में देखने को मिल रही है। अनीसाबाद के रहने वाले केशरी रेमो ने अपनी मेहनत और संघर्ष के बलबूते पर स्वर कोकिला लता मंगेशकर के स्टूडियो में अपने गीत 'साइयां तू है मेरा' को रिकॉर्ड किया है। सेंट्रल स्कूल पटना से दसवीं की परीक्षा पास कर एएन कॉलेज से स्नातक करने वाले केशरी बताते हैं कि बचपन से गाने का शौक था। घर में मां को गीत गाते देख मैं भी उनके साथ गाता था। मां की हमेशा से इच्छा रही कि संगीत की दुनिया में कुछ नाम करें। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण मां-पापा ने हमें बेहतर शिक्षा देने के लिए हर संभव प्रयास किया। पिता ऑटो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते रहे लेकिन कभी हमें किसी चीज की कमी नहीं होने दी।
रेखा माथुर से ली संगीत की शिक्षा - केशरी को संगीत की मूल जानकारी रेखा माथुर से मिली। बालाजी संगीत संस्था में छह साल से जुड़े रहने के कारण माथुर ने मुझे इस काबिल बनाया कि किसी भी मंच पर बिना किसी डर के मैं अपनी प्रस्तुति दे सकूं। सारेगमापा लिटिल चैंप 2007 में बिहार से मात्र एक कलाकार केशरी रेमो का ही चयन हुआ। इस दौरान उन्होंने टॉप 40 में जगह बनाई। मुंबई से लौटने के बाद आत्मविश्वास काफी बढ़ गया। डीडी बिहार द्वारा आयोजित डांस मस्ती हंगामा, वॉयस ऑफ बिहार, धूम, हमसे बढ़कर कौन आदि कई प्रोग्राम में भाग लेकर अपनी गायिकी से सबका दिल जीता।
एलबम को लेकर एक साल तक करना पड़ा संघर्ष - किशेरी बताते हैं कि ¨हदी म्यूजिक एलबम साइयां तू है मेरा को लेकर काफी संघर्ष करना पड़ा। बिहार के विभिन्न स्टूडियों में गाने की रिकॉर्डिग को लेकर कई लोगों से मिला लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला। फिर हिम्मत जुटा कर मुंबई की ओर निकला जहां पर काफी मशक्कत करने के बाद लता मांगेशकर स्टूडियों में गीत की रिकॉर्डिग हुई। एलबम में 'साइयां तू है मेरा' 'जब बात करनी हो' और 'खुदा भी तू' गाने है। किशोर बताते है कि यह मंजिल आसान नहीं थी इसमें घर वालों का सपोर्ट और अंडर-19 क्रिकेटर अंकित केशरी का भरपूर सहयोग मिला।