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काला कबूतर काटने से न तो मिलेगा रोजगार, न आएगी बिजली : अमित शाह

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने एक कंधे पर जंगलराज तो दूसरे कंधे पर 12 लाख करोड़ के भ्रष्टाचार वाले महागठबंधन के सहारे चुनाव मैदान में उतरे हैं। शायद नीतीश को यह याद नहीं कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के राज में दलित, महादलित और पिछड़ा समाज पर कितने अत्याचार हुए।

By Kajal KumariEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2015 02:29 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2015 07:15 PM (IST)
काला कबूतर काटने से न तो मिलेगा रोजगार, न आएगी बिजली : अमित शाह

जागरण टीम, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने एक कंधे पर जंगलराज तो दूसरे कंधे पर 12 लाख करोड़ के भ्रष्टाचार वाले महागठबंधन के सहारे चुनाव मैदान में उतरे हैं। शायद नीतीश को यह याद नहीं कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के राज में दलित, महादलित और पिछड़ा समाज पर कितने अत्याचार हुए।

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ये बातें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहीं। वे शुक्रवार को हाजीपुर के जमालपुर और मुजफ्फरपुर में चुनावी सभाओं में बोल रहे थे। कहा कि लालू जी को यह पता ही नहीं कि यह 1990 नहीं, बल्कि 2015 है। काला कबूतर काटने से गरीबों को रोजगार नहीं मिलने वाला और ना ही बिजली आने वाली है।

उन्होंने कहा कि लालू-नीतीश अपने 25 वर्षों के शासनकाल में बिहार के विकास के दावे करते नहीं थक रहे हैं, लेकिन यहां हकीकत कुछ और ही है। यह कैसा विकास है कि यहां के लोगों को पढ़ाई-दवाई और कमाई के लिए दूसरे प्रदेशों में जाना पड़ रहा है। इन ढाई दशकों में देश के कई राज्यों का औद्योगिक व आर्थिक विकास हुआ, लेकिन बिहार आज भी उसी जगह पर खड़ा है जहां पहले था।

उन्होंने कहा कि बिहार में इस बार परिवर्तन की लहर चल रही है। लोगों के अंदर गुस्सा और आक्रोश है। लोगों के दिलों में परिवर्तन की ललक है। आठ नवंबर को सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। उसी दिन नीतीश भी बिहार की सत्ता से विदा हो जाएंगे। जनता से मुखातिब होते हुए शाह ने कहा कि आपने 35 वर्षों तक कांग्रेस, 15 वर्ष तक लालू-राबड़ी व दस वर्ष तक नीतीश के शासनकाल को देखा और सुना है। इस बार राजग को मौका दिजीए। हम आपको पांच वर्षों में दिखाएंगे कि विकास कैसे होता है।

मुजफ्फरपुर में शाह ने कहा कि यह अगड़े-पिछड़े नहीं, वरन अगड़े बिहार बनाम पिछड़े बिहार बनाने की लड़ाई है। शाह ने कहा कि एक तरफ बिहार को पीछे की ओर ले जाने वाले लोगों का महागठबंधन है तो दूसरी ओर बिहार को आगे की ओर ले जाने वाला राजग है।

आपको चुनना है कि कौन सा बिहार चाहिए? लालू परिवारवादी तो नीतीश अहंकारी हैं। वे कोई वादा पूरा नहीं करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को पिछड़ेपन से उबारने के लिए विशेष पैकेज का वादा किया था और पूरा किया। सरकार बनने पर वे आगे भी ऐसा करते रहेंगे।


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