अप्रैल तक सभी गांव हो जाएंगे रोशन
अप्रैल तक राज्य के सभी गांव रोशन हो जाएंगे। जिन गांव में बिजली नहीं पहुंची है, वहां विद्युतीकरण का कार्य 10 जनवरी से शुरू हो जाएगा। राज्य में ऐसे 8000 गांव हैं, जहां बिजली नहीं है। विद्युत कंपनी ने इन गांवों की सूची तैयार कर ली है।
पटना (मृत्युंजय मानी ) : अप्रैल तक राज्य के सभी गांव रोशन हो जाएंगे। जिन गांव में बिजली नहीं पहुंची है, वहां विद्युतीकरण का कार्य 10 जनवरी से शुरू हो जाएगा। राज्य में ऐसे 8000 गांव हैं, जहां बिजली नहीं है। विद्युत कंपनी ने इन गांवों की सूची तैयार कर ली है। जानकारी उत्तर और दक्षिण बिहार के विधायकों के साथ अलग-अलग हुई बैठक में शुक्रवार को बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के सीएमडी सह ऊर्जा सचिव प्रत्यय अमृत ने दी।
15 हजार ट्रांसफॉर्मर बदले जाएंगे : सीएमडी ने विधायकों को बताया कि राज्य में 16 केवीए, 25 केवीए और 40 केवीए के 15 हजार डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर जले हैं। वे भी अप्रैल तक बदल दिए जाएंगे। खर्च होने वाली राशि सरकार ने उपलब्ध करा दी है। विधायक कोटे से अब ऐसे ट्रांसफॉर्मरों के लिए राशि आवंटन की जरूरत नहीं है। बांस-बल्ले वाली सभी लाइनों को बदले जाने के लिए राशि आवंटित हो गई है।
विधायक करें सहयोग : सीएमडी ने कहा कि विधायकों को बिजली के क्षेत्र में हो रहे कार्यों के प्रति जागरूक करने के लिए बैठक बुलाई गई थी। सभी विधायक अपने-अपने क्षेत्र के गांव व टोला की सूची देख लें। राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण के तहत हो रहे कार्यो में छूटे गांव व टोले का नाम दिसंबर माह के अंत तक दे दें। 15 जुलाई तक युद्ध स्तर पर विद्युतीकरण का कार्य होगा। इसमें विधायक सहयोग दें। गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। सीएमडी ने विधायकों को ऑफर दिया कि वे अपने कार्यकर्ताओं को ठेकेदार बनवाएं। जिलाधिकारी को बिजली का लाइसेंस देने का जिम्मा दिया गया है।
सीएमडी ने कहा कि 100 और 63 केवीए का ट्रांसफॉर्मर गांव में 72 घंटे और शहरों में 24 घंटे में बदले जा रहे हैं। जनवरी में प्रत्येक प्रमंडल के विधायकों के साथ बैठक होगी तथा उसमें सभी से बिजली से संबंधित समस्याओं पर चर्चा होगी। मार्च में भी प्रमंडल स्तरीय बैठक होगी। उसमें कार्यों की प्रगति पर चर्चा होगी। कार्य करने का समय 15 जून तक है। उसके बाद बारिश का मौसम आ जाएगा तथा विधानसभा चुनाव को लेकर अचार संहिता लागू हो जाएगा। विद्युत कंपनी के सभी गांवों तक बिजली पहुंचाने, विस्तार करने का काम करने की बड़ी चुनौती है।