लाठीचार्ज के विरोध में 30 को एबीवीपी का बिहार बंद
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने बिहार में शैक्षणिक अराजकता के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन व विधानसभा घेराव पर पुलिस के लाठीचार्ज व फायंिरंग की निंदा की है। संगठन ने इसके खिलाफ 30 मार्च को बिहार बंद का एलान किया है।
पटना। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने बिहार में शैक्षणिक अराजकता के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन व विधानसभा घेराव पर पुलिस के लाठीचार्ज व फायंिरंग की निंदा की है। संगठन ने इसके खिलाफ 30 मार्च को बिहार बंद का एलान किया है। 27 मार्च को संगठन के सदस्य जिला मुख्यालयों पर मुख्यमंत्री का पुतला दहन करेंगे। 29 मार्च को मशाल जुलूस निकाला जाएगा। यह घोषणा संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीहरि गोरीकर ने गुरुवार को विश्व संवाद केन्द्र में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में की।
उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्रवाई ने राज्य सरकार की पोल खोल दी है। राज्य सरकार शैक्षणिक अराजकता के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर बर्बर लाठीचार्ज कराती है। फायङ्क्षरग कराती है। संगठन का दावा है कि लाठीचार्ज में उसके 100 से अधिक कार्यकर्ता घायल हुए हैं। एबीवीपी के पप्पू वर्मा ने बताया कि संगठन के 13 कार्यकर्ताओं को गंभीर स्थिति में आइसीयू में भर्ती कराया गया है।
पीयू छात्र नेता आशीष सिन्हा अस्पताल में :
पटना विश्वविद्यालय छात्र यूनियन के पूर्व छात्र अध्यक्ष व भाजपा विधायक अरुण सिन्हा के बेटे आशीष सिन्हा भी पुलिस की लाठीं के शिकार हुए हैं। संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री सह बिहार प्रदेश संगठन मंत्री निखिल रंजन भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। संवाददाता सम्मेलन में क्षेत्र संगठन मंत्री गोपाल शर्मा, राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य पप्पू वर्मा भी मौजूद थे।
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