डाक्टर बनने को हर साल बदली जाति
कार्यालय प्रतिनिधि, पटना : डाक्टर बनना, हर छात्र का सपना होता है। जो सीधे-साधे होते हैं वह कई साल रात-दिन एक कर तैयारी में जुटे रहते हैं और जो खुराफाती दिमाग के होते हैं वह शार्ट कट ढूंढते हैं। कुछ लोग रंजीत डान का दामन थामते हैं तो कुछ अपने रास्ते खुद निकालते हैं। ऐसे ही एक नटवर लाल नीतेश पटेल के खिलाफ बुधवार को इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) ने शास्त्री नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसने एमबीबीएस में प्रवेश के लिए एक साल के अंदर अपनी जाति ही बदल ली। जिसको संस्थान की आंतरिक जांच समिति ने पकड़ लिया।
संस्थान के निदेशक डा. अरुण कुमार ने बताया कि छात्रों के प्रवेश के बाद उनके कागजातों की जांच एक आंतरिक समिति करती है। जांच के दौरान पाया गया कि नीतेश पटेल नामक एक छात्र की जाति गत वर्ष दूसरी थी और इस वर्ष दूसरी है। इसकी जानकारी हमने बिहार संयुक्त प्रवेश परीक्षा पर्षद (बीसीइसीइबी) को दी। उनसे अनुरोध किया कि आपने ही इस छात्र को चयनित किया है और आपके पास उसके गत वर्षो के रिकार्ड होंगे। बीसीइसीइबी ने अपने स्तर से जांच में उक्त शंका को सही पाया और पत्र द्वारा हमें नियम संगत कार्रवाई करने को कहा। इसके बाद हमने छात्र के नामांकन को रद करते हुए कानूनी कार्रवाई के लिए वकील से बात की। वकील द्वारा धोखाधड़ी समेत भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत शास्त्रीनगर थाने में एफआइआर दर्ज कराई गई है। संस्थान अन्य छात्रों के कागजात की भी गहनता से जांच कर यह पता करने का प्रयास कर रहा है कि कहीं किसी संगठित सिंडीकेट द्वारा इसी तरह कुछ और लोगों का नामांकन न कराया गया हो।
शास्त्रीनगर थाने के सूत्रों के अनुसार पुलिस इस दिशा में भी सोच रही है कि कहीं इसके पीछे कोई गिरोह तो काम नहीं कर रहा है। हालांकि, सच्चाई तो पुलिस जांच के बाद ही सामने आएगी।
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