Patna News: सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता के पिता से 5 बार बदलवाया गया आवेदेन, छेड़छाड़ की बात लिखने पर किया गया मजबूर
बिहार की राजधानी पटना में एक बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। हालांकि पुलिस द्वारा इस मामले को छेड़छाड़ी की घटना में बदलने की कोशिश की गई। शुक्रवार को इस मामले में जो एफआईआर दर्ज की गई उसमें छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया था। हालांकि शनिवार को दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट के तहत धाराएं लगा दी गई हैं।
संवाद सूत्र, नौबतपुर। एक बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को छेड़खानी में बदल दिया गया। डरा-सहमा परिवार शिकायत की हिम्मत भी नहीं जुटा सका। शुक्रवार को इस मामले में जो प्राथमिकी दर्ज की गई, उसमें स्पष्ट रूप से छेड़छाड़ का मामला अंकित किया गया, पर शनिवार को जब पीड़ित परिवार ने दुष्कर्म की बात कही तो अब दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट के तहत धाराएं लगाई गई हैं।
सामूहिक दुष्कर्म की शिकार बनी 11 वर्षीय बच्ची के पिता से शुक्रवार सुबह 10 से शाम सात बजे तक स्थानीय थाने में पांच बार आवेदन लिखवाया गया। फिर भी, इनमें से किसी भी आवेदन में सामूहिक दुष्कर्म का जिक्र नहीं किया गया। आवेदन में बच्ची से छेड़छाड़ किए जाने की बात ही लिखवाई गई। यह सब थाने के दलाल प्रेम के कहने पर हुआ। ऐसा कहना है पीड़िता के चाचा का।
उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। अब सवाल है कि प्रेम कौन है? जिसकी थाने में इतनी पैठ है कि जो सामूहिक दुष्कर्म के मामले को रफा-दफा करने में कामयाब हो गया था। थाने में उसकी पूरी बात सुनी जा रही थी। यहां तक कि पुलिसकर्मी भी उसके इशारे पर काम कर रहे थे।
इस बारे में जब नौबतपुर डीएसपी दीपक कुमार से पूछा गया तो उन्होंने थाने के तथाकथित दलाल प्रेम की भूमिका से अनभिज्ञता जाहिर की। वहीं, सामूहिक दुष्कर्म को छेड़छाड़ बताए जाने पर उन्होंने कहा कि प्रारंभिक सूचना छेड़खानी की मिली थी। जब पीड़ित पक्ष का बयान लेकर तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण किया गया, तब दुष्कर्म की पुष्टि हुई।
उन्होंने कहा कि दुष्कर्म की पुष्टि के बाद पुलिस ने एक आरोपित सूरज कुमार उर्फ सुगन मांझी को गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ की गयी। कांड के अन्य फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है।