Bihar Lok Sabha Election 2024: इन 3 राज्यों की चुनावी बयार से प्रभावित होंगी बिहार की आधी सीटें, नौ सीटें सीमा को छू रहीं
Bihar Politics यूपी झारखंड और पश्चिम बंगाल के चुनावी बयार का बिहार की लगभग 50 फीसद सीट यानी 40 में 19 पर असर दिखेगा। इसकी वजह यह है कि बिहार की 20 लोकसभा सीटें यूपी झारखंड और पश्चिम बंगाल की लोकसभा सीटों से बार्डर साझा कर रहीं। दूसरे राज्यों में राजनीतिक दलों की सक्रियता की बिहार के उन जिलों में खूब चर्चा होती है जिनकी सीमाएं अंतरराज्यीय हैं।
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। Lok Sabha Election 2024: यूपी, झारखंड और पश्चिम बंगाल के चुनावी बयार का बिहार की लगभग 50 फीसद सीट यानी 40 में 19 पर असर दिखेगा। इसकी वजह यह है कि बिहार की 20 लोकसभा सीटें यूपी, झारखंड और पश्चिम बंगाल की लोकसभा सीटों से बार्डर साझा कर रहीं।
दूसरे राज्यों में राजनीतिक दलों की सक्रियता की बिहार के उन जिलों में खूब चर्चा होती है जिनकी सीमाएं अंतरराज्यीय हैं। इनमें सबसे अधिक नौ सीटें यूपी से, आठ झारखंड तथा दो पश्चिम बंगाल की सीमा से सटीं हैं। यहां होने वाले प्रचार-प्रसार व दिग्गजों की सभा से बने माहौल का असर बिहार से सटे लोकसभा क्षेत्रों में दिखता है। कई लोकसभा क्षेत्र तो इस श्रेणी के हैं जहां दो-दो जगहों पर दूसरे राज्यों की सीमा है।
यूपी से इन लोकसभा क्षेत्रों की सीमा साझा हो रहीं
यूपी से बिहार में लोकसभा की नौ सीटें सट रहीं। जिन लोकसभा क्षेत्रों की सीमा यूपी से साझा हो रहीं उनमें सासाराम की सीमा राबर्टसगंज में, बक्सर की गाजीपुर में, आरा की बलिया में, महाराजगंज की सलेमपुर व देवरिया में, छपरा की बलिया में, सिवान की सलेमपुर व देवरिया में, गोपालगंज की देवरिया में, पश्चिम चंपारण की देवरिया तथा वाल्मीकिनगर की कुशीनगर में बिहार की सीमा साझा हो रही।
झारखंड की हवा से बिहार की इन सीटों पर रहा है असर
झारखंड की सीमा को बिहार की नौ लोकसभा सीटें साझा करती है। इनमें जमुई से गिरिडीह, नवादा से हजारीबाग, औरंगाबाग से चतरा, काराकाट से पलामू, सासाराम से पलामू, बांका से दुमका व भागलपुर से दुमका की सीमा सटती है। सीमा वाले इलाके में झारखंड के विभिन्न दलों के नेता चुनाव प्रचार के लिए आते रहे हैं।
बंगाल से दो लोकसभा क्षेत्रों की सीमा
बंगाल से बिहार की दो लोकसभा क्षेत्रों की सीमा जुड़ती है। इनमें किशनगंज लोकसभा क्षेत्र की सीमा रानीगंज में व कटिहार लोकसभा क्षेत्र की सीमा मालदा में सट रही।
बिहार की नौ सीटें अंतरदेशीय सीमा को भी छू रही
बिहार के नौ लोकसभा क्षेत्र अंतरदेशीय सीमा को छू रहे हैं। नेपाल से सटे रहने के कारण चुनाव के समय इन क्षेत्रों में पुलिस व प्रशासन को विशेष मशक्कत करनी पड़ती है। इनमें सुपौल लोकसभा क्षेत्र, झंझारपुर, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, वाल्मीकिनगर, अररिया व किशनगंज लोकसभा क्षेत्र हैं।
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