Bihar Weather Today: होली से पहले बदलेगा बिहार का मौसम, अलर्ट जारी; किसानों को सावधान रहने की जरूरत
Bihar Weather News Hindi होली से पहले बिहार का मौसम करवट लेने वाला है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। वहीं किसानों को खेत में सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। सबसे बड़ी परेशानी यह आ रही है कि मौसम के उतार चढ़ाव के कारण बच्चे और बुजुर्ग बीमार हो रहे हैं। अधिकतम व न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री वृद्धि के आसार हैं।
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather: होली से पहले बिहार में मौसम एक बार फिर से बदलने वाला है। तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होगी और प्रदेश में पछुआ हवा का प्रवाह जारी रहेगा। वहीं, 15 मार्च से पूर्वा हवा चलेगी जिसके चलते धूल से लोगों को परेशानी होगी। इस तेज हवा के चलते आग लगने की घटना भी बढ़ेगी।
सुबह-शाम वाली सर्दी होगी खत्म
बिहार में 15 मार्च से सुबह और शाम वाली सर्दी खत्म हो जाएगी। लोगों को गर्म कपड़ों से निजात मिल जाएगी। वहीं किसानों को फसल पर खास ध्यान रखने के लिए कहा गया है। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार 15 मार्च के बाद यदि तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी होती है तो, ऐसी स्थिति में हल्की सिंचाई करते रहें। इससे तापमान का असर गेहूं की फसल पर नहीं पड़ेगा।
तीन दिनों में दो से तीन डिग्री बढ़ेगा पटना समेत जिलों का तापमान
राजधानी समेत प्रदेश के तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है। अगले तीन दिनों के दौरान अधिकतम व न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री वृद्धि की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, राजधानी के अधिकतम तापमान में 0.9 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 31.5 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान में सामान्य से दो डिग्री वृद्धि के साथ 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 11.3 डिग्री सेल्सियस के साथ सहरसा के अगवानपुर में प्रदेश का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
मौसम में उतार-चढ़ाव के कारण बिगड़ रही बच्चों की तबीयत
सात दिनों में राजधानी के मौसम ने ऐसी करवट ली कि सरकारी व निजी अस्पतालों में तेज बुखार, सिरदर्द, गले में खराश-कफ, सीने में जकड़न, सांस लेने में घरघराहट या परेशानी से पीड़ित बच्चों की संख्या काफी बढ़ गई है। कुछ बच्चों को पेट दर्द, दस्त, उल्टी-मिचली व आंखों में खुजली-लालिमा की भी समस्या हो रही है। बुखार नहीं उतरने के साथ इतना तेज होता है कि बच्चे नींद में बड़बड़ाना शुरू कर दे रहे हैं। इससे हर दिन कई बच्चों को आधी रात के करीब अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ रहा है।
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